हेल्थ डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: Abhilash Srivastava Updated Tue, 28 Sep 2021 12:00 PM IST
डॉ उत्कर्ष अग्रवाल
(यूनिट हेड)
उजाला सिग्नस हॉस्पिटल
हृदय रोग दुनियाभर में तेजी से बढ़ती गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है। एक आंकड़े के मुताबिक हर साल हृदय संबंधी तमाम बीमारियों के चलते लाखों लोगों की मौत हो जाती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो यदि समय रहते हृदय रोगों का निदान हो जाए तो तमाम तरह की जटिलताओं और हृदय रोग के कारण होने वाली मृत्युदर को कम किया जा सकता है। डॉक्टरों के मुताबिक हार्ट अटैक और एनजाइना जैसी गंभीर समस्याओं के बाद भी कई उन्नत तकनीक के माध्यम से रोगियों की जान बचाई जा सकती है। रोग की गंभीरता को देखते हुए बाईपास सर्जरी या कोरोनरी आर्टरी बाईपास (सीएबी) की सलाह दी जा सकती है, जिससे रोगी की जान बचाना आसान हो जाता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक तमाम तरह के उपायों को प्रयोग में लाकर हृदय रोगों से बचाव किया जा सकता है। इसके अलावा जिन लोगों ने बाईपास जैसी सर्जरी करा ली हो उनके लिए देखभाल और भी आवश्यक हो जाता है। आइए आगे की स्लाइडों में जानते हैं कि बाईपास सर्जरी की जरूरत किन लोगों को होती है और इसके बाद रोगियों को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?