Sports Department Will Prepare New Seedlings Of Players, Applications Sought For Opening Of Sports Nursery – खिलाड़ियों की नई पौध तैयार करेगा खेल विभाग, खेल नर्सरी खोलने के लिए मांगे आवेदन

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खिलाड़ियों की नई पौध तैयार करने के लिए खेल विभाग ने तैयारी कर ली है। इसके साथ-साथ कोचिंग के लिए खिलाड़ियों को अपने राज्य से बाहर नहीं जाना पड़ेगा, बल्कि खिलाड़ी अपने गृह जिले में ही कोचिंग मिलेगी। इसके लिए खेल विभाग ने हर जिले में खेल नर्सरियां खोलने की योजना बनाई है। इन खेल नर्सरियों को खोलने के लिए विभाग ने सभी कोचों से आवेदन मांगे है। जिले से 10 खेल कोच ने अपने खेल से संबंधित 15 खेल नर्सरियां खोलने के लिए आवेदन किया गया है। इसमें अकेले वॉलीबॉल के लिए ही तीन खेल नर्सरियां खोलने की मांग है। इसके अलावा साइकिलिंग के लिए एक, बॉक्सिंग के लिए एक, जूडो के लिए एक, जिम्नास्टिक के लिए एक, हॉकी के लिए एक, स्केटिंग के लिए एक, तलवारबाजी के लिए एक, कुश्ती के लिए दो, एथलीट के लिए दो तथा हैंडबॉल के लिए एक खेल नर्सरी खोलने के इन खेल संबंधित कोच ने आवेदन किया। जिला खेल अधिकारी बलबीर सिंह ने बताया कि खेलों को बढ़ावा देने तथा नए खिलाड़ियों को तैयार करने के लिए खेल विभाग ने खेल नर्सरियां खोलने की योजना बनाई है। इस योजना के तहत राजीव गांधी स्टेडियम सहित खेल विभाग के स्टेडियम में नर्सरी खोली जाएगी। इन नर्सरियों के लिए विभाग ने 15 सितंबर को पत्र जारी करके सभी कोच से आवेदन मांगे थे। कुरुक्षेत्र से विभिन्न खेल कोच की तरफ 15 खेल नर्सरी की मांग की गई थी। इन खेल नर्सरी के अलावा वॉलीबॉल व साइकिलिंग के लिए एकेडमी खोलने का प्रस्ताव भेजा था, मगर इसके बाद विभाग ने कुछ दिन पहले सभी खेल जिला अधिकारियों से वर्चुअल मीटिंग करके दोबारा आवेदन मांगे है। उन्होंने बताया कि खेल विभाग ने खेल नर्सरी को लेकर नई रणनीति भी बनाई है। इसके अनुसार अब सब कोच को खेल नर्सरी खोलनी अनिवार्य होगी। इसके अतिरिक्त सेवानिवृत्त कोच भी एकेडमी खोलने के लिए आवेदन कर सकेंगे।
खेल राज्यमंत्री संदीप सिंह ने बताया कि सरकार की ओर से पूरे प्रदेश में खेल नर्सरियां खोली जाएगी। इसमें खिलाड़ियों को कोचिंग के साथ-साथ उनकी आयु वर्ग के अनुसार डाइट के लिए खाते में पैसे भी डाले जाएंगे। खेल विभाग ने सभी कोच से आवेदन मांगे है।

खिलाड़ियों की नई पौध तैयार करने के लिए खेल विभाग ने तैयारी कर ली है। इसके साथ-साथ कोचिंग के लिए खिलाड़ियों को अपने राज्य से बाहर नहीं जाना पड़ेगा, बल्कि खिलाड़ी अपने गृह जिले में ही कोचिंग मिलेगी। इसके लिए खेल विभाग ने हर जिले में खेल नर्सरियां खोलने की योजना बनाई है। इन खेल नर्सरियों को खोलने के लिए विभाग ने सभी कोचों से आवेदन मांगे है। जिले से 10 खेल कोच ने अपने खेल से संबंधित 15 खेल नर्सरियां खोलने के लिए आवेदन किया गया है। इसमें अकेले वॉलीबॉल के लिए ही तीन खेल नर्सरियां खोलने की मांग है। इसके अलावा साइकिलिंग के लिए एक, बॉक्सिंग के लिए एक, जूडो के लिए एक, जिम्नास्टिक के लिए एक, हॉकी के लिए एक, स्केटिंग के लिए एक, तलवारबाजी के लिए एक, कुश्ती के लिए दो, एथलीट के लिए दो तथा हैंडबॉल के लिए एक खेल नर्सरी खोलने के इन खेल संबंधित कोच ने आवेदन किया। जिला खेल अधिकारी बलबीर सिंह ने बताया कि खेलों को बढ़ावा देने तथा नए खिलाड़ियों को तैयार करने के लिए खेल विभाग ने खेल नर्सरियां खोलने की योजना बनाई है। इस योजना के तहत राजीव गांधी स्टेडियम सहित खेल विभाग के स्टेडियम में नर्सरी खोली जाएगी। इन नर्सरियों के लिए विभाग ने 15 सितंबर को पत्र जारी करके सभी कोच से आवेदन मांगे थे। कुरुक्षेत्र से विभिन्न खेल कोच की तरफ 15 खेल नर्सरी की मांग की गई थी। इन खेल नर्सरी के अलावा वॉलीबॉल व साइकिलिंग के लिए एकेडमी खोलने का प्रस्ताव भेजा था, मगर इसके बाद विभाग ने कुछ दिन पहले सभी खेल जिला अधिकारियों से वर्चुअल मीटिंग करके दोबारा आवेदन मांगे है। उन्होंने बताया कि खेल विभाग ने खेल नर्सरी को लेकर नई रणनीति भी बनाई है। इसके अनुसार अब सब कोच को खेल नर्सरी खोलनी अनिवार्य होगी। इसके अतिरिक्त सेवानिवृत्त कोच भी एकेडमी खोलने के लिए आवेदन कर सकेंगे।

खेल राज्यमंत्री संदीप सिंह ने बताया कि सरकार की ओर से पूरे प्रदेश में खेल नर्सरियां खोली जाएगी। इसमें खिलाड़ियों को कोचिंग के साथ-साथ उनकी आयु वर्ग के अनुसार डाइट के लिए खाते में पैसे भी डाले जाएंगे। खेल विभाग ने सभी कोच से आवेदन मांगे है।