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मोहाली। देश के आम लोगों की विज्ञान में दिलचस्पी पैदा करने के लिए युवा वैज्ञानिक डॉक्टर ठाकुर सुदेश कुमार रौनिजा ने एक नई पहल की। भले ही वह अपना सारा काम अंग्रेजी भाषा में करते हैं। लेकिन लोग साइंस विषय से जुड़ें इसके लिए वह विभिन्न पत्रिकाओं में हिंदी में लेख लिखते हैं। इतना ही नहीं उन्होंने अपने दो शोध पत्र भी हिंदी में प्रकाशित किए। साथ अब विज्ञान विषय कार्बन एवं सम्मिश्र विषय पर हिंदी में एक पुस्तक लिख रहे हैं। आने वाले कुछ दिनों में इसे लोगों को समर्पित कर दिया जाएगा। इससे लोगों को साइंस के नए अविष्कारों के जानकारी मिलेगी। जो कि उनके लिए काफी फायदेमंद साबित होगी। डॉ. ठाकुर सुदेश कुमार रौनिजा ने बताया कि वह मूलरूप से राजस्थान के रहने वाले हैं। उनकी 10वीं तक की पढ़ाई हिंदी मीडियम में हुई। इसके बाद उच्च शिक्षा अंग्रेजी में हुई। हालांकि उनके लिए शुरूआती दौर में थोड़ी मुश्किल आई, लेकिन उन्होंने कॉलेज से विश्विद्यालय तक अच्छा प्रदर्शन किया। साथ ही इसरो में वैज्ञानिक बन गए। उन्होंने बताया कि इसी बीच एक संसदीय दल वहां आया। इसकी अगुवाई सांसद अश्वनी कुमार कर रहे थे। उन्होंने इस दौरान उन्हें कहा कि आप युवा वैज्ञानिक हैं। साथ ही आप हिंदी में लिखने की कोशिश करें। यह बात उनके लिए प्रेरणा बनी। इसके बाद उन्होंने अपने काम पर हिंदी में किताब लिखने का मन बनाया। उन्होंने बताया कि उन्होंने कई पत्रिकाओं में लेख लिखे हैं। आज भी उनके दिमाग में पहला आइडिया हिंदी भाषा में आता है। इसके बाद वह अपना काम करते हैं। उन्होंने बताया कि वह इलेक्ट्रॉनिक विषय पर लेख लिखने जा रहे हैं। जिससे बहुत से लोगों को फायदा होगा।
नई शिक्षा योजना से होगा फायदा
डॉ. ठाकुर सुदेश कुमार रौनिजा ने बताया कि अब नई शिक्षा योजना आ रही है। इससे युवाओं को फायदा होगा। अब युवा अपनी मातृ भाषा में पढ़ाई कर पाएंगे। उन्होंने बताया कि हिंदोस्तान में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। बस जरूरत है निखारने कि और इससे बहुत से युवाओं को एक नई दिशा में मिलेगी।
मोहाली। देश के आम लोगों की विज्ञान में दिलचस्पी पैदा करने के लिए युवा वैज्ञानिक डॉक्टर ठाकुर सुदेश कुमार रौनिजा ने एक नई पहल की। भले ही वह अपना सारा काम अंग्रेजी भाषा में करते हैं। लेकिन लोग साइंस विषय से जुड़ें इसके लिए वह विभिन्न पत्रिकाओं में हिंदी में लेख लिखते हैं। इतना ही नहीं उन्होंने अपने दो शोध पत्र भी हिंदी में प्रकाशित किए। साथ अब विज्ञान विषय कार्बन एवं सम्मिश्र विषय पर हिंदी में एक पुस्तक लिख रहे हैं। आने वाले कुछ दिनों में इसे लोगों को समर्पित कर दिया जाएगा। इससे लोगों को साइंस के नए अविष्कारों के जानकारी मिलेगी। जो कि उनके लिए काफी फायदेमंद साबित होगी। डॉ. ठाकुर सुदेश कुमार रौनिजा ने बताया कि वह मूलरूप से राजस्थान के रहने वाले हैं। उनकी 10वीं तक की पढ़ाई हिंदी मीडियम में हुई। इसके बाद उच्च शिक्षा अंग्रेजी में हुई। हालांकि उनके लिए शुरूआती दौर में थोड़ी मुश्किल आई, लेकिन उन्होंने कॉलेज से विश्विद्यालय तक अच्छा प्रदर्शन किया। साथ ही इसरो में वैज्ञानिक बन गए। उन्होंने बताया कि इसी बीच एक संसदीय दल वहां आया। इसकी अगुवाई सांसद अश्वनी कुमार कर रहे थे। उन्होंने इस दौरान उन्हें कहा कि आप युवा वैज्ञानिक हैं। साथ ही आप हिंदी में लिखने की कोशिश करें। यह बात उनके लिए प्रेरणा बनी। इसके बाद उन्होंने अपने काम पर हिंदी में किताब लिखने का मन बनाया। उन्होंने बताया कि उन्होंने कई पत्रिकाओं में लेख लिखे हैं। आज भी उनके दिमाग में पहला आइडिया हिंदी भाषा में आता है। इसके बाद वह अपना काम करते हैं। उन्होंने बताया कि वह इलेक्ट्रॉनिक विषय पर लेख लिखने जा रहे हैं। जिससे बहुत से लोगों को फायदा होगा।
नई शिक्षा योजना से होगा फायदा
डॉ. ठाकुर सुदेश कुमार रौनिजा ने बताया कि अब नई शिक्षा योजना आ रही है। इससे युवाओं को फायदा होगा। अब युवा अपनी मातृ भाषा में पढ़ाई कर पाएंगे। उन्होंने बताया कि हिंदोस्तान में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। बस जरूरत है निखारने कि और इससे बहुत से युवाओं को एक नई दिशा में मिलेगी।