फतेहपुर, जेएनएन। Religion Conversion in Fatehpur धोखाधड़ी कर नागरिकता हासिल करने और मतांतरण के आरोपित मौलाना का बैंक खाता सीज कर दिया गया है। पासपोर्ट, मतदाता पहचान पत्र, पैनकार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और आधार कार्ड निरस्त कराने के लिए पुलिस ने लिखापढ़ी शुरू की है। उधर, युवती का मतांतरण कराकर निकाह करने वाले युवक तक पुलिस पहुंच गई है।
नेपाल मूल का मौलाना फिरोज आलम 20 साल पहले वर्ष 2001 से जिले में आया था। मजहबी तालीम हासिल करने के बाद गाजीपुर कस्बा स्थित बड़ी मस्जिद में इमाम हो गया था। उसके पास से पुलिस ने फर्जी दस्तावेजों से बनवाए गए भारतीय पासपोर्ट आदि सभी कई पहचानपत्र जब्त किए थे। मौलाना को जेल भेज दिया गया था। अब उन प्रमाणपत्र व पासपोर्ट के निरस्तीकरण की कार्रवाई शुरू की गई है। थाना प्रभारी नीरज यादव व उपनिरीक्षक किशन ङ्क्षसह ने बताया कि मौलाना के पासपोर्ट और पहचानपत्रों का प्रयोग अब नहीं किया जा सकेगा। जब्त कागजात निरस्त कराने के लिए विभागीय कार्यालयों तहसील, एलआइयू, एआरटीओ, एसबीआई बैंक में पत्र भेजा गया है। मौलाना पर मंतातरण के लगे आरोपों को लेकर साक्ष्य संकलित किए जा रहे हैं।
बकेवर क्षेत्र के घर में मौलाना का आना-जाना था : गाजीपुर कस्बे में अपनी ससुराल में रह रहे बकेवर क्षेत्र निवासी एक युवक का भतीजा बकेवर क्षेत्र की एक युवती को कानपुर ले गया था। वहां से उसे लेकर गाजीपुर आया। यहां मौलाना फिरोज आलम से युवती का मंतातरण कराकर निकाह किया था। इसके बाद से उसके साथ बकेवर क्षेत्र रह रहा है। पुलिस जांच के लिए उसके घर गई तो वह नहीं मिला। पुलिस ने युवती से निकाह करने वाले युवक को थाने बुलवाया है। उधर, ग्रामीणों ने बताया कि मौलाना का बकेवर क्षेत्र स्थित उक्त युवक के घर आना-जाना था।
सऊदी अरब निवासी भाई-बहन की कोर्ट में जमानत प्रार्थनापत्र दाखिल: फर्जी आधारकार्ड बनवाकर नेपाल के रास्ते से भारत आए नईफ मोहम्मद ए महजरा, नौरा मोहम्मद ए महजरा निवासी जेद्दा थाना शामिल जिला जेद्दा, सऊदी अरब के साथ जीशान निवासी बागबाद शाही मुहल्ला कटरा खजुहा, ङ्क्षबदकी को ङ्क्षबदकी पुलिस ने 29 जुलाई 2021 को जेल भेजा था। विवेचक एसआइ विपिन कुमार सिंह ने बताया कि आरोपित भाई-बहन की जमानत के लिए दिल्ली के एक वकील ने कोर्ट में जमानत प्रार्थनापत्र दिया है। बताया कि उनके पासपोर्ट जब्त कर निरस्तीकरण के लिए विदेश मंत्रालय दिल्ली को पत्र भेजा गया है। सऊदी अरब दूतावास से अभी तक संपर्क नहीं हुआ है।
इनका ये है कहना:
नेपाली मूल का यदि कोई युवक भारत में रह रहा है तो वह कोई अपराध नहीं है। फर्जी दस्तावेज तैयार कर भारतीय नागरिकता लेना अपराध की श्रेणी में आता है। पासपोर्ट निरस्तीकरण के लिए स्वरूपनगर, कानपुर कार्यालय पत्राचार किया गया है। – दिनेश पाठक, प्रभारी एलआइयू।