नई दिल्ली, प्रेट्र। भारत (India) एवं आस्ट्रेलिया (Australia) की नौसेनाओं ने एक दस्तावेज पर बुधवार को दस्तखत किए जो हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति, सुरक्षा एवं स्थायित्व को बढ़ावा देने के लिए सहयोग के और विस्तार के लिहाज से दोनों पक्षों के बीच वार्ता का प्रारूप तय करता है। भारत और आस्ट्रेलिया के बीच विदेश एवं रक्षा मंत्रियों की पहली टू-प्लस- टू वार्ता होने के बाद इस दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इस वार्ता के दौरान दोनों देशों के विदेश एवं रक्षा मंत्रियों ने सामरिक एवं रक्षा सहयोग बढ़ाने का संकल्प लिया।
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ’18 अगस्त को भारतीय नौसेना और रायल आस्ट्रेलियाई नौसेना के प्रमुखों द्वारा ‘ज्वाइंट गाइडेंस फार इंडिया -आस्ट्रेलिया नेवी टू नेवी रिलेशनशिप’ पर हस्ताक्षर के बाद भारतीय नौसेना एवं आस्ट्रेलियाई नौसेना के बीच वार्ता के लिए उसकी शर्तो को लेकर 29 सितंबर को इस नए दस्तावेज पर दस्तखत किए गए।’
इसी माह की शुरुआत में भारत (India) और आस्ट्रेलिया (Australia) की नौसेना (Navy) ने पांच दिवसीय अभ्यास (Five Day exercise) ‘AUSINDEX ‘ को पूरा किया। इसका मकसद स्थिर एवं सुरक्षित हिंद-प्रशांत क्षेत्र (Indo Pacific region) के लिए संयुक्त क्षमता को मजबूत करना है। इस ‘आसीइंडेक्स’ अभ्यास में दोनों देशों की नौसेना के पोत, पनडुब्बी, हेलीकाप्टर और लंबी दूरी के समुद्री गश्ती विमानों ने हिस्सा लिया।
रायल आस्ट्रेलियाई नौसेना (आरएएन) ने एंजाक श्रेणी के पोत एचएमएएस वारामुंगा को तैनात किया । यह अभ्यास पश्चिमी प्रशांत महासागर में गुआम तट पर मालाबार युद्धाभ्यास के एक सप्ताह बाद हुआ। मालाबार युद्धाभ्यास में भारत, अमेरिका, आस्ट्रेलिया और जापान के नौसैनिकों ने हिस्सा लिया था। AUSINDEX 21 से भारतीय नौसेनाओं को एक स्थिर और सुरक्षित हिंद प्रशांत क्षेत्र के समर्थन में संयुक्त रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने का अवसर मिलता है। इससे पहले कमांडर आस्ट्रेलियाई फ्लीट , रियर एडमिरल मार्क हैमंड ने कहा था कि AUSINDEX की चौथी पुनरावृत्ति दोनों देशों के बीच रक्षा संबंधों को गहरा करेगी।