Publish Date: | Tue, 28 Sep 2021 08:57 PM (IST)
MP Higher Education News: भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव ने एक बैठक लेकर बताया कि मध्यप्रदेश में इसी सत्र से एक साथ 11 नए शासकीय महाविद्यालयों की स्थापना की जाएगी। दूरस्थ क्षेत्रों के विद्यार्थियों को भी उच्च शिक्षा सुलभ हो और उनकी संख्या को दृष्टिगत रखते हुए यह कालेज खोले जाने का निर्णय लिया गया है। मंत्री ने बताया कि नए शासकीय महाविद्यालय उदय नगर जिला देवास, रैगांव सतना, घुवारा छतरपुर, जैसीनगर सागर, दिमनी मुरैना, पिछोर ग्वालियर, गोरमी भिंड, राजोधा मुरैना, दिनारा शिवपुरी, शासकीय कन्या महाविद्यालय अनूपपुर और रिठौराकला जिला मुरैना में खोले जाएंगे। इसके अलावा आगर मालवा जिले के नलखेड़ा और बड़ौद शासकीय महाविद्यालय, मुरैना के पोरसा, अशोकनगर के पिपराई तथा सीहोर जिले के लाडकुई शासकीय महाविद्यालय में नवीन संकाय प्रारंभ होंगे ।मंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में अग्रणी भूमिका निभाई है। नीति के अंतर्गत विद्यार्थियों को अपनी रूचि और सुविधा अनुसार विषयों को चुनने की स्वतंत्रता मिल रही है। मध्यप्रदेश में 2017 के बाद पहली बार बड़ी संख्या में शासकीय महाविद्यालय खोले जा रहे हैं। इन महाविद्यालयों से ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थी भी उच्च शिक्षा से जुड़ेंगे। नए महाविद्यालयों के लिए 233 शैक्षणिक पद भी स्वीकृत किए गए हैं। वहीं शासकीय महाराजा पीजी कालेज छतरपुर को समस्त संसाधनों सहित महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंडी विश्विविद्यालय में संविलियन करने की कार्यवाही पूर्ण कर ली गई है। इस दौरान रजिस्ट्रार डॉ. जेपी मिश्र, प्राचार्य एलएल कोरी, कुलपति टीआर थापक, एडी सागर डॉ. जीएस रोहित और कलेक्टर प्रतिनिधि एसडीएम यूसी मेहरा मौजूद थे। कुलपति ने कहा कि इसी सत्र से एमएससी कम्प्यूटर साइंस व माइक्रोबायलोजी, एमए चित्रकला व संगीत की कक्षाएं लगना शुरू होंगी। यूजी और पीजी में 14 रोजगारोन्मुखी कोर्स में डिप्लोमा इन माइनिंग साइंस, डिप्लोमा इन टूरिज्म, कम्प्यूटर हार्डवेयर इंजीनियरिंग, इंटीरियर डिजाइनिंग, इंटरनेट आॅफ थिंग्स, परफॉर्मिंग आर्टस, वेब डिजाइनिंग एंड डेवलपमेंट, सर्टिफिकेट कोर्स में कम्यूूनिकेशन स्किल, एमएस आॅफिस, फोटोशॉप, नेटवर्किंग, कंप्यूटर एंड डिजाइन एंड ड्राइंग, डिजिटल मार्केटिंग शामिल हैं। सभी कोर्स राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार तैयार किए गए हैं। विवि 16 विषयों में शोध कार्य भी इसी सत्र से शुरू करेगा। इससे विश्वरविद्यालय को रूसा और यूजीसी से अनुदान मिल सकेगा। छतरपुर विश्वविद्यालय सितंबर में ही पहली शोध उपाधि देने की तैयारी में लगा हुआ है। शोध उपाधि का साक्षात्कार वनस्पति शास्त्र विषय के तहत तय हुई है।
जल्द होगा भवन निर्माण कार्य शुरू
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय छतरपुर, बुंदेलखंड क्षेत्र की ऐतिहासिक, कला, सांस्कृतिक एवं पुरातात्विक धरोहर को संरक्षित करते हुए ज्ञान का केंद्र बनेगा। यह विश्वविद्यालय बुंदेलखंड क्षेत्र के विकास में भी योगदान देगा। इसके लिए कार्य योजना बनाकर प्रयास किए जाएंगे। उच्च शिक्षा मंत्री ने बताया कि विश्वविद्यालय का नवीन भवन स्वीकृत किया गया है। शीघ्र की निर्माण प्रारंभ हो जाएगा। विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप 18 नए कोर्स प्रारंभ किए जा रहे हैं। विश्वविद्यालय में पिछले वर्ष चार अध्ययन विभाग खोले गए थे।
Posted By: Lalit Katariya

