न्यूज डेस्क, अमर उजाला, वाराणसी
Published by: उत्पल कांत
Updated Sat, 02 Oct 2021 02:26 PM IST
एक वर्षीय पीजी डिप्लोमा कोर्स में नैतिकता एवं नीतिशास्त्र की अवधारणा, न्याय की अवधारणा, कर्तव्य आधारित समाज, दोषिता की उपधारणा, विधि के क्रियान्वयन की भारतीय दृष्टिकोण पर चर्चा की गई।
वैदिक विज्ञान केंद्र में चर्चा करते प्रो. उपेंद्र कुमार त्रिपाठी
– फोटो : सोशल मीडिया।
काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के वैदिक विज्ञान केंद्र में नवंबर महीने से एक वर्षीय पीजी डिप्लोमा पाठयक्रम विधिशास्त्र की पढ़ाई शुरू होगी। बीते मंगलवार को आयोजित बैठक में पाठयक्रम की रूपरेखा पर चर्चा की गई। समन्वयक प्रो. उपेंद्र कुमार त्रिपाठी ने बताया कि चर्चा में वैदिक विधिशास्त्र के विभिन्न आयामों पर प्रकाश डाला गया।
एक वर्षीय पीजी डिप्लोमा कोर्स में नैतिकता एवं नीतिशास्त्र की अवधारणा, न्याय की अवधारणा, कर्तव्य आधारित समाज, दोषिता की उपधारणा, विधि के क्रियान्वयन की भारतीय दृष्टिकोण पर चर्चा की गई। इस दौरान प्रो.डीपी वर्मा, प्रो. हृदय रंजन शर्मा,प्रो.विजय शंकर शुक्ल, डॉ. अनूप कुमार आदि मौजूद रहे।
बीएचयू बिड़ला हॉस्टल में खाली कराए गए कमरे
बीएचयू के लाल बहादुर शास्त्री हॉस्टल के बाद बिड़ला हॉस्टल में भी अवैध रुप से रहने वाले छात्रों से कमरा खाली कराया गया। प्रॉक्टोरियल बोर्ड की मौजूदगी में पहले दिन करीब आधा दर्जन कमरों का ताला तोड़कर उसमें रखे सामानों की सूची बनवाकर उसे रखवा दिया गया है। बताया जा रहा है कि इस तरह की कार्रवाई आगे भी चलती रहेगी।
विस्तार
काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के वैदिक विज्ञान केंद्र में नवंबर महीने से एक वर्षीय पीजी डिप्लोमा पाठयक्रम विधिशास्त्र की पढ़ाई शुरू होगी। बीते मंगलवार को आयोजित बैठक में पाठयक्रम की रूपरेखा पर चर्चा की गई। समन्वयक प्रो. उपेंद्र कुमार त्रिपाठी ने बताया कि चर्चा में वैदिक विधिशास्त्र के विभिन्न आयामों पर प्रकाश डाला गया।
एक वर्षीय पीजी डिप्लोमा कोर्स में नैतिकता एवं नीतिशास्त्र की अवधारणा, न्याय की अवधारणा, कर्तव्य आधारित समाज, दोषिता की उपधारणा, विधि के क्रियान्वयन की भारतीय दृष्टिकोण पर चर्चा की गई। इस दौरान प्रो.डीपी वर्मा, प्रो. हृदय रंजन शर्मा,प्रो.विजय शंकर शुक्ल, डॉ. अनूप कुमार आदि मौजूद रहे।
बीएचयू बिड़ला हॉस्टल में खाली कराए गए कमरे
बीएचयू के लाल बहादुर शास्त्री हॉस्टल के बाद बिड़ला हॉस्टल में भी अवैध रुप से रहने वाले छात्रों से कमरा खाली कराया गया। प्रॉक्टोरियल बोर्ड की मौजूदगी में पहले दिन करीब आधा दर्जन कमरों का ताला तोड़कर उसमें रखे सामानों की सूची बनवाकर उसे रखवा दिया गया है। बताया जा रहा है कि इस तरह की कार्रवाई आगे भी चलती रहेगी।