
स्मृति मांधना ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जड़ा शतक
स्मृति मांधना ने पिंक बॉल टेस्ट मुकाबले के पहले दिन के पहले सेशन में ही अर्धशतक लगा दिया था. हालांकि बारिश के कारण उन्हें अपने शतक के लिए इंतजार करना पड़ा
भारतीय स्टार सलामी बल्लेबाज स्मृति मांधना (Smriti Mandhana) ने ऑस्ट्रेलिया (Ind vs Aus) के खिलाफ गोल्ड कॉस्ट में खेले जा रहे डे-नाइट टेस्ट मैच में ऐतिहासिक शतक लगाया है. भारतीय महिला टीम पहली बार डे-नाइट मुकाबला खेल रही है और मांधना ने अपने इस शतक के साथ इस मैच को यादगार बना दिया है. यह मांधना के करियर का पहला टेस्ट शतक भी है. मुकाबले के दूसरे दिन उन्होंने अपना शतक पूरा किया. स्मृति मांधना के करियर का यह चौथा टेस्ट मैच था. इस मुकाबले में उनके बल्ले से शतक निकला. इससे पहले टेस्ट में उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 78 था जो उन्होंने इसी साल इंग्लैंड के खिलाफ बनाया था.
अपने करियर का चौथा टेस्ट खेल रही मांधना ने 170 गेंदों 100 रनों का आंकड़ा छुआ. अपनी इस पारी में उन्होंने 18 चौके भी जड़े. मैच के दूसरे दिन भारतीय पारी के 51.5 ओवर में उन्होंने एलिस पेरी की गेंद पर मिडविकेट पर चौका जड़कर अपना ऐतिहासिक शतक पूरा किया. वह बतौर ओपनर शतक लगाने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी हैं.
दूसरे दिन मिला बड़ा जीवनदान
मैच की पहली गेंद से ही मांधना आत्मविश्वास से भरी हुई नजर आ रही थीं. पहले दिन के पहले सेशन में उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को जमकर पीटा था. शेफाली वर्मा के साथ पहले विकेट के लिए 93 रनों की साझेदारी के दौरान उन्होंने चौकों की लाइन लगा दी थी. उन्होंने महज 51 गेंदों में ही अपना अर्धशतक पूरा कर लिया था. फैंस को उनके शतक का इंतजार था लेकिन बारिश के कारण यह इंतजार काफी बढ़ गया. मांधना को मैच के दूसरे दिन बड़ा जीवनदान भी मिला. दूसरे दिन के दूसरे ओवर में पेरी की गेंद पर वह कैच आउट हो गई थीं. हालांकि अंपायर्स ने इस गेंद को नो बॉल करार दिया क्योंकि पेरी की पैर गेंदबाजी करते हुए लाइन से बाहर था.
विराट कोहली की बराबरी की
अपने पहले डे-नाइट टेस्ट में शतक जड़ने वालीं अब वह दूसरी भारतीय बल्लेबाज बन गई हैं. उनसे पहले भारतीय पुरुष टीम के कप्तान विराट कोहली ने बांग्लादेश के खिलाफ यह कारनामा किया था. साल 2019 में भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ पहला डे-नाइट टेस्ट मैच खेला था. इस मुकाबले में कप्तान कोहली ने शतक लगाया था. हालांकि इसके बाद से ही उनके शतक का सूखा पड़ा गया.