In Du Due To More Admissions Than Seats In Political Science Ba Program And Some Other Courses In The First Cut-off The Board Of Housefull May Be Held – डीयू: राजनीतिशास्त्र में लग सकता हाउसफुल का बोर्ड, हिंदू कॉलेज में कई कोर्सेज के दाखिले हो जाएंगे बंद

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: Vikas Kumar
Updated Thu, 07 Oct 2021 01:51 AM IST

सार

हिंदू कॉलेज में बीए ऑनर्स इकोनॉमिक्स की कट 99.75, बीए ऑनर्स अंग्रेजी 99.75, बीए ऑनर्स हिस्ट्री 99.50 बीए ऑनर्स फिलॉस्फी 97.75, राजनीति शास्त्र की कट ऑफ 100 फीसदी और बीकॉम ऑनर्स की कट ऑफ 99.75 फीसदी निकाली थी। बावजूद इसके कॉलेज में काफी दाखिले हो गए हैं।

डीयू दाखिला प्रक्रिया
– फोटो : अमर उजाला

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दिल्ली विश्वविद्यालय में पहली कट ऑफ में राजनीति शास्त्र, बीए प्रोग्राम (कॉम्बिनेशन) व कुछ अन्य कोर्सेज में सीटों से अधिक दाखिले होने के कारण हाउसफुल का बोर्ड लग सकता है। इस कारण से दूसरी कट ऑफ में कुछ नामी कॉलेजों में दाखिले बंद हो सकते हैं। नॉर्थ कैंपस के नामी हिंदू कॉलेज में कई कोर्सेज के लिए दाखिले दूसरी कट ऑफ में बंद हो जाएंगे। दरअसल पहली कट ऑफ के आधार पर दाखिले बुधवार आधी रात को समाप्त हो गए। ऐसे में कॉलेजों को दाखिले की सही स्थिति बृहस्पतिवार को ही पता चलेगी। 

हिंदू
हिंदू कॉलेज में बीए ऑनर्स इकोनॉमिक्स की कट 99.75, बीए ऑनर्स अंग्रेजी 99.75, बीए ऑनर्स हिस्ट्री 99.50 बीए ऑनर्स फिलॉस्फी 97.75, राजनीति शास्त्र की कट ऑफ 100 फीसदी और बीकॉम ऑनर्स की कट ऑफ 99.75 फीसदी निकाली थी। बावजूद इसके कॉलेज में काफी दाखिले हो गए हैं। कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. अंजू श्रीवास्तव ने कहा कि दाखिले बहुत ज्यादा हो गए हैं। कई कोर्सेज को दूसरी कट ऑफ में बंद किया जाएगा। चूंकि अभी कल का दिन फीस जमा कराने के लिए है। ऐसे में दाखिले और बढ़ जाएंगे। उन्होंने का कि जूलॉजी में ही 35 सीटों पर 100 दाखिले हो चुकेहैं। 

आर्यभट्ट
आर्यभट्ट कॉलेज में राजनीति विज्ञान व बीए प्रोग्राम (राजनीति विज्ञान-हिस्ट्री) और राजनीति विज्ञान व ईकोनॉमिक्स में दाखिले काफी ज्यादा हुए हैं। ऐसे में दूसरी कट ऑफ में इन्हें बंद करना पड़ेगा। दाखिला संयोजक राजेश द्विदी ने बताया कि राजनीति विज्ञान की 65 सीट हैं उस पर 117 दाखिले हो गए हैं। जबकि बीए प्रोग्राम राजनीति विज्ञान- हिस्ट्री की 70 सीटों पर 103 दाखिले हो गए हैं। ऐसे में इन कोर्सेज के लिए कट ऑफ नहीं निकाली जाएगी। यहां 800 सीट पर करीब 460 दाखिले हो गए हैं। इस तरह से यहां आधी सीट भर चुकी हैं। 

राजधानी कॉलेज 
इस कॉलेज में दूसरी कट ऑफ सभी कोर्सेज के लिए आएगी। यहां कुल 1194 सीट पर 123 दाखिले हुए हैं। सबसे अधिक बीए प्रोग्राम (हिंदी-राजनीति विज्ञान) में 21 सीट पर 13 दाखिले और बीए प्रोग्राम (हिस्ट्री-राजनीति विज्ञान) में 44 सीट पर 28 दाखिले हुए हैं। 

रामजस कॉलेज 
कॉलेज की कुल 1673 सीट पर बुधवार शाम तक 400 दाखिले मंजूर कर लिए गए। कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. मनोज खन्ना ने बताया कि अधिकतम दाखिले बीकॉम ऑनर्स, फिजिक्स ऑनर्स, राजनीति विज्ञान, व हिस्ट्री ऑनर्स में हुए हैं। सभवत: इनमें दाखिले बंद हो जाएं। लेकिन दाखिले की स्थिति कल ही पता चलेगी। क्योंकि बुधवार आधी रात तक छात्र दाखिला ले सकते हैं और अभी छात्रों के पास कल तक फीस जमा कराने का समय है। 

पाठ्यक्रमों के अनुसार 0.25 से दो फीसदी तक की गिरावट 
दिल्ली विश्वविद्यालय में अधिकतर कॉलेजों ने सीटों से अधिक दाखिलों से बचने के लिए पहली कट ऑफ काफी हाई रखी। बावजूद कॉलेजों में खूब दाखिले हो रहे हैं। अब दूसरी कट ऑफ शनिवार को जारी होनी है। ऐसे में कॉलेजों ने इसको जारी करने को लेकर तैयारी शुरू कर दी है। कई कॉलेज दूसरी कट ऑफ में 0.25 फीसदी से लेकर एक फीसदी तक की गिरावट करेंगे। जिन पाठ्यक्रमों में सीटों केआसपास दाखिले हो गए हैं वहां गिरावट कम होगी। जबकि कुछ कोर्सेज में यह अधिक होगी। यह गिरावट सामान्य श्रेणी से लेकर अन्य श्रेणी में की जाएगी। दरअसल कॉलेज सर्तकता बरत कर चलना चाह रहे हैं जिससे कि दूसरी कट ऑफ में भी दाखिलों का ओवर फ्लो ना हो जाएं। 

कॉलेजों में केरल व तेलंगाना बोर्ड के छात्रों का दबदबा
डीयू की पहली कट ऑफ के दाखिले में केरल व तेलंगाना बोर्ड के छात्रों का दबदबा देखने को मिल रहा है। अन्य बोर्ड के मुकाबले में इन बोर्ड के ज्यादा छात्रों के सौ फीसदी अंक हैं। अभी तक का ट्रेंड था कि इन बोर्ड के छात्र नॉर्थ कैंपस के कॉलेजों में ही दाखिला लेते थे लेकिन इस बार आउट ऑफ कैंपस व साउथ कैंपस में भी यह दाखिला ले रहे हैं। 

एक शिक्षक के अनुसार एक कॉलेज में 20 सीटों पर 26 दाखिले मंगलवार को हुए, यह सभी 100 फीसदी अंक वाले छात्र केरल बोर्ड के थे। कॉलेजों का कहना है कि दाखिले के लिए तीन दिन होते हैं और यदि किसी छात्र के अंक कट ऑफ में आ रहे हैं तो उसे दाखिले से मना नहीं किया जा सकता है। बताया जा रहा है कि एक नामी कॉलेज में सोशियोलॉजी में सामान्य की 10 सीटों पर 8 सीटें केरल बोर्ड के छात्रों ने भर दी जिनके 100 फीसदी अंक थे। इसी तरह से इसी कॉलेज मे अंग्रेजी ऑनर्स की 23 सीटों पर 11 दाखिले केरल बोर्ड के छात्रों के हुए हैं। हालांकि शिक्षक व प्रिंसिपल सवाल भी उठा रहे हैं लेकिन कट ऑफ में जगह बनाने के कारण कॉलेज कुछ नहीं कर सकते हैं।  

विस्तार

दिल्ली विश्वविद्यालय में पहली कट ऑफ में राजनीति शास्त्र, बीए प्रोग्राम (कॉम्बिनेशन) व कुछ अन्य कोर्सेज में सीटों से अधिक दाखिले होने के कारण हाउसफुल का बोर्ड लग सकता है। इस कारण से दूसरी कट ऑफ में कुछ नामी कॉलेजों में दाखिले बंद हो सकते हैं। नॉर्थ कैंपस के नामी हिंदू कॉलेज में कई कोर्सेज के लिए दाखिले दूसरी कट ऑफ में बंद हो जाएंगे। दरअसल पहली कट ऑफ के आधार पर दाखिले बुधवार आधी रात को समाप्त हो गए। ऐसे में कॉलेजों को दाखिले की सही स्थिति बृहस्पतिवार को ही पता चलेगी। 

हिंदू

हिंदू कॉलेज में बीए ऑनर्स इकोनॉमिक्स की कट 99.75, बीए ऑनर्स अंग्रेजी 99.75, बीए ऑनर्स हिस्ट्री 99.50 बीए ऑनर्स फिलॉस्फी 97.75, राजनीति शास्त्र की कट ऑफ 100 फीसदी और बीकॉम ऑनर्स की कट ऑफ 99.75 फीसदी निकाली थी। बावजूद इसके कॉलेज में काफी दाखिले हो गए हैं। कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. अंजू श्रीवास्तव ने कहा कि दाखिले बहुत ज्यादा हो गए हैं। कई कोर्सेज को दूसरी कट ऑफ में बंद किया जाएगा। चूंकि अभी कल का दिन फीस जमा कराने के लिए है। ऐसे में दाखिले और बढ़ जाएंगे। उन्होंने का कि जूलॉजी में ही 35 सीटों पर 100 दाखिले हो चुकेहैं। 

आर्यभट्ट

आर्यभट्ट कॉलेज में राजनीति विज्ञान व बीए प्रोग्राम (राजनीति विज्ञान-हिस्ट्री) और राजनीति विज्ञान व ईकोनॉमिक्स में दाखिले काफी ज्यादा हुए हैं। ऐसे में दूसरी कट ऑफ में इन्हें बंद करना पड़ेगा। दाखिला संयोजक राजेश द्विदी ने बताया कि राजनीति विज्ञान की 65 सीट हैं उस पर 117 दाखिले हो गए हैं। जबकि बीए प्रोग्राम राजनीति विज्ञान- हिस्ट्री की 70 सीटों पर 103 दाखिले हो गए हैं। ऐसे में इन कोर्सेज के लिए कट ऑफ नहीं निकाली जाएगी। यहां 800 सीट पर करीब 460 दाखिले हो गए हैं। इस तरह से यहां आधी सीट भर चुकी हैं। 

राजधानी कॉलेज 

इस कॉलेज में दूसरी कट ऑफ सभी कोर्सेज के लिए आएगी। यहां कुल 1194 सीट पर 123 दाखिले हुए हैं। सबसे अधिक बीए प्रोग्राम (हिंदी-राजनीति विज्ञान) में 21 सीट पर 13 दाखिले और बीए प्रोग्राम (हिस्ट्री-राजनीति विज्ञान) में 44 सीट पर 28 दाखिले हुए हैं। 

रामजस कॉलेज 

कॉलेज की कुल 1673 सीट पर बुधवार शाम तक 400 दाखिले मंजूर कर लिए गए। कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. मनोज खन्ना ने बताया कि अधिकतम दाखिले बीकॉम ऑनर्स, फिजिक्स ऑनर्स, राजनीति विज्ञान, व हिस्ट्री ऑनर्स में हुए हैं। सभवत: इनमें दाखिले बंद हो जाएं। लेकिन दाखिले की स्थिति कल ही पता चलेगी। क्योंकि बुधवार आधी रात तक छात्र दाखिला ले सकते हैं और अभी छात्रों के पास कल तक फीस जमा कराने का समय है। 

पाठ्यक्रमों के अनुसार 0.25 से दो फीसदी तक की गिरावट 

दिल्ली विश्वविद्यालय में अधिकतर कॉलेजों ने सीटों से अधिक दाखिलों से बचने के लिए पहली कट ऑफ काफी हाई रखी। बावजूद कॉलेजों में खूब दाखिले हो रहे हैं। अब दूसरी कट ऑफ शनिवार को जारी होनी है। ऐसे में कॉलेजों ने इसको जारी करने को लेकर तैयारी शुरू कर दी है। कई कॉलेज दूसरी कट ऑफ में 0.25 फीसदी से लेकर एक फीसदी तक की गिरावट करेंगे। जिन पाठ्यक्रमों में सीटों केआसपास दाखिले हो गए हैं वहां गिरावट कम होगी। जबकि कुछ कोर्सेज में यह अधिक होगी। यह गिरावट सामान्य श्रेणी से लेकर अन्य श्रेणी में की जाएगी। दरअसल कॉलेज सर्तकता बरत कर चलना चाह रहे हैं जिससे कि दूसरी कट ऑफ में भी दाखिलों का ओवर फ्लो ना हो जाएं। 

कॉलेजों में केरल व तेलंगाना बोर्ड के छात्रों का दबदबा

डीयू की पहली कट ऑफ के दाखिले में केरल व तेलंगाना बोर्ड के छात्रों का दबदबा देखने को मिल रहा है। अन्य बोर्ड के मुकाबले में इन बोर्ड के ज्यादा छात्रों के सौ फीसदी अंक हैं। अभी तक का ट्रेंड था कि इन बोर्ड के छात्र नॉर्थ कैंपस के कॉलेजों में ही दाखिला लेते थे लेकिन इस बार आउट ऑफ कैंपस व साउथ कैंपस में भी यह दाखिला ले रहे हैं। 

एक शिक्षक के अनुसार एक कॉलेज में 20 सीटों पर 26 दाखिले मंगलवार को हुए, यह सभी 100 फीसदी अंक वाले छात्र केरल बोर्ड के थे। कॉलेजों का कहना है कि दाखिले के लिए तीन दिन होते हैं और यदि किसी छात्र के अंक कट ऑफ में आ रहे हैं तो उसे दाखिले से मना नहीं किया जा सकता है। बताया जा रहा है कि एक नामी कॉलेज में सोशियोलॉजी में सामान्य की 10 सीटों पर 8 सीटें केरल बोर्ड के छात्रों ने भर दी जिनके 100 फीसदी अंक थे। इसी तरह से इसी कॉलेज मे अंग्रेजी ऑनर्स की 23 सीटों पर 11 दाखिले केरल बोर्ड के छात्रों के हुए हैं। हालांकि शिक्षक व प्रिंसिपल सवाल भी उठा रहे हैं लेकिन कट ऑफ में जगह बनाने के कारण कॉलेज कुछ नहीं कर सकते हैं।