Publish Date: | Fri, 01 Oct 2021 02:09 PM (IST)
Gwalior Art Culture News: ग्वालियर, नईदुनिया प्रतिनिधि। राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय के कथक नृत्य विभाग में गुरुवार को साधना महोत्सव का आयाेजन किया गया। जिसका प्रसारण इंटरनेट मीडिया पर भी किया गया। महोत्सव में एमए तृतीय सेमेस्टर के विद्यार्थी आस्तिक पाटकर ने जयपुर घराने की शुद्ध पारंपरिक बंदिशों पर प्रस्तुति देकर जमकर तालियां बटाेरीं। इस कार्यक्रम की शुरुआत सर्वप्रथम गणेश वंदना से हुई। उसके बाद तीन ताल और ताल धमार में जयपुर घराने के वरिष्ठ गुरु स्वर्गीय गुरु पंडित सुंदरलाल गंगानी की थाट पर प्रस्तुति दी गई। यह विधा आस्तिक को कथक विभाग की विभागाध्यक्ष डा. अंजना झा की कार्यशाला में चरण गिरधर चांद ने सिखाई थी। इसके बाद स्वर्गीय गुरु पंडित दुर्गालाल गंगानी एवं गुरु हरीश गंगानी की उठान, गुरु पं राजेंद्र गंगानी की परन आमद आदि की प्रस्तुति दे दशर्कों की तालियां बटोरीं। आयाेजन के दाैरान विश्वविद्यालय के अन्य विभागाें के शिक्षक एवं छात्र भी उपस्थित थे। वहीं बड़ी संख्या में इंटरनेट मीडिया पर लाेगाें ने इसका प्रसारण देखा।
कार्यशाला में की नवीन शिक्षा नीति पर चर्चाः महाराजा मानसिंह महाविद्यालय में नवीन शिक्षा नीति 2020 पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता साइंस कालेज की प्रो.नीलम भटनागर और प्रो.अशोक सिंह चौहान थे। उन्होंने कहा कि प्राचीन काल से आधुनिक काल तक शिक्षा व्यवस्था सर्वेक्षण प्रस्तुत कर स्वतंत्रता के बाद उच्च शिक्षा में सुधार के लिए नीति लागू की गई है। स्नातक पाठ्यक्रम की संरचना के बारे बताते हुए कहा कि विषयों को मुख्य, गौड़, वैकल्पिक,व्यसायिक रूप से विद्यार्थियों को चयन करना है। इस मौके पर संस्थान प्राचार्य डा.सीताराम सिंह तोमर मौजूद थे।
Posted By: vikash.pandey

