न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: प्राची प्रियम
Updated Sat, 02 Oct 2021 03:41 PM IST
सार
धर्मेंद्र प्रधान ने चरखा चलाते हुए वोकल फॉर लोकल का संदेश भी दिया। उन्होंने कहा कि जब वह छठी कक्षा में पढ़ते थे तो इस गांव के बुनकर समुदाय से जुड़े शुभंकर मेहर उनके शिक्षक हुआ करते थे।

चरखा चलाते हुए केंद्रीय मंत्री
– फोटो : अमर उजाला
ख़बर सुनें
विस्तार
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने गांधी जयंती के अवसर पर ओड़िसा के अंगुल जिले के जैरत गांव में हथकरघा कारीगरों से भेंट की। इस मौके पर उन्होनें चरखा चलाते हुए वोकल फॉर लोकल का संदेश भी दिया। उन्होंने कहा कि जब वह छठी कक्षा में पढ़ते थे तो इस गांव के बुनकर समुदाय से जुड़े शुभंकर मेहर उनके शिक्षक हुआ करते थे।
प्रधान ने अंगुल जिले के जैरत गांव में हथकरघा कारीगरों से भेंट की। प्रधान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार स्थानीय उत्पादों और अर्थव्यवस्थाओं को वैश्विक पहचान दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है।