Publish Date: | Sat, 02 Oct 2021 06:39 AM (IST)
दुर्ग। कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन लगवाने आम लोगों को प्रेरित करने वाले जिले के हेल्थ व फ्रंटलाइन वर्करों में से करीब 25 फीसद ने अब तक वैक्सीन का दूसरा डोज नहीं लगवाया है। जबकि वैक्सीन का दूसरा डोज लगवाने जिले में लगातार अभियान चलाया जा रहा है। वैक्सीन का पहला डोज लगवा चुके लोगों को दूसरा डोज लगवाने के लिए उनके मोबाइल पर मैसेज भी भेजा जा रहा है। बावजूद इसके हेल्थ व फ्रंटलाइन वर्कर वैक्सीन लगवाने में रूचि नहीं दिखा रहे हैं।
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जिले में सबसे पहले हेल्थ वर्करों को वैक्सीन लगाया गया। इसके बाद फ्रंटलाइन वर्करों को वैक्सीन लगाई गई। हेल्थ वर्करों को 16 जनवरी से वैक्सीन लगाने का शुरू किया गया। इसके कुछ दिन बाद फ्रंटलाइन वर्करों का वैक्सीनेशन शुरू किया गया। जिला स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार वैक्सीनेशन के लिए 20370 हेल्थ वर्कर और 26038 फ्रंटलाइन वर्करों को चि-ति किया गया। दोनों वर्ग में चि-ति लोगों में शत प्रतिशत ने वैक्सीन का पहला डोज लगवाया है। लेकिन औसतन करीब 25 फीसद लोगों ने अब तक वैक्सीन का दूसरा डोज नहीं लगवाया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी की जाने वाली वैक्सीनेशन सूची के मुताबिक 15589 हेल्थ वर्कर और 16557 फ्रंटलाइन वर्कर ने ही वैक्सीन का दूसरा डोज लगवाया है। इस लिहाज से 4781 हेल्थ वर्कर और 9481 फ्रंटलाइन वर्करों ने अब तक वैक्सीन का दूसरा डोज नहीं लगवाया है।
स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि अधिकांश हेल्थ और फ्रंटलाइन वर्करों ने वैक्सीन का दूसरा डोज भी लगवा लिया है। संविदा पर काम करने वाले कुछ हेल्थ वर्कर जिन्हें काम से बाहर कर दिया गया है ऐसे लोगों के पूर्ण वैक्सीनेशन की जानकारी विभाग के पास उपलब्ध नहीं है। प्रभारी जिला टीकाकरण अधिकारी का कहना है कि जिले के सभी केंद्रों में लगातार टीकाकरण अभियान चल रहा है। केंद्रों में वैक्सीनेशन का डेटा भरने के लिए बदल-बदल कर कर्मचारियों की डूयूटी लगाई जा रही है। विभाग को यह आशंका है कि इन कर्मचारियों द्वारा सही ढंग से डेटा नहीं भरा जा रहा है। दूसरा डोज लगवाने वाले हेल्थ व फ्रंटलाइन वर्करों के नामों के एंट्री 18 व 45 प्लस आयु वर्ग समूह में कर दी गई है। इस कारण स्वास्थ्य विभाग द्वारा रोजाना जारी किेए जाने वाले वैक्सीनेशन के आंकड़ों में हेल्थ व फ्रंटलाइन वर्करों के संपूर्ण डोज का रिकार्ड नजर नहीं आ रहा है। आगे जाकर इस रिकार्ड को दुरुस्त करवाया जाएगा।
Posted By: Nai Dunia News Network

