सीओ बिसौली और वजीरगंज पुलिस के साथ छात्र गोपेश। संवाद
– फोटो : BADAUN
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बदायूं। वजीरगंज इलाके से मंगलवार को लापता इंटर का छात्र गांव गरुईया निवासी गोपेश ठगी का शिकार होते-होते बच गया। उसे फेसबुक और व्हाट्सएप के जरिये 25 लाख रुपये का लालच दिया गया लेकिन इससे पहले ठगों ने अपने खाते में पंद्रह हजार रुपये डालने के लिए कहा। छात्र के पास रुपये नहीं थे, इससे वह परिवारवालों को फोन करके दिल्ली चला गया। सूचना पर पुलिस ने आठ घंटे बाद कौशांबी (दिल्ली) से उसे तलाश कर लिया। फिलहाल छात्र को परिवारवालों को सौंप दिया गया है।
वजीरगंज थाना क्षेत्र के गांव गरुईया निवासी गोपेश पुत्र मदनपाल मुन्नालाल इंटर कॉलेज में इंटर का छात्र है। पुलिस के मुताबिक कुछ समय से उसके मोबाइल पर कॉल आ रही थी। कॉल करने वाला उसे बातों में फंसा रहा था। उसे बताया गया कि उसकी 25 लाख रुपये की लॉटरी लगी है। इसके लिए उसे कुछ खानापूरी करनी पड़ेगी। मात्र पंद्रह हजार रुपये एक नंबर पर फोन पे करने होंगे। उसके बाद उसे दिल्ली में 25 लाख रुपये दे दिए जाएंगे। छात्र उनकी बातों में आ गया। मंगलवार को गोपेश स्कूल से अपने घर पहुंचा। उसने छोटे भाई रूपेश को एक नंबर पर 15 हजार रुपये फोन पे करने की पर्ची दी और स्कूल लौट गया। बाद में अपने एक मित्र के मोबाइल से पिता को पंद्रह हजार रुपये फोन पे करने को कहा। उसके बाद मोबाइल ऑफ कर लिया।
छात्र की जानकारी नहीं मिलने पर परिवार वालों की सूचना पर सीओ बिसौली विनय कुमार सिंह चौहान के निर्देशन में एक टीम गठित की गई। छात्र की तलाश में एसआई राजबली सिंह और एसआई नासिर खां को लगाया गया। पुलिस सर्विलांस और मोबाइल लोकेशन खंगालते हुए दिल्ली रूट पर दौड़ी। एक-दो जगह मोबाइल ऑन किया गया था, इससे पुलिस को काफी मदद मिली। आखिरकार मंगलवार मध्य रात्रि के बाद छात्र को दिल्ली में कौशांबी बस स्टैंड पर तलाश लिया गया। पुलिस सुबह 11 बजे उसे लेकर बदायूं पहुंची। जब उससे जानकारी की गई तो ये चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। पुलिस ने छात्र के परिवार वालों को थाने बुलाकर पूरी जानकारी दी। उसके बाद उसे परिवार वालों को सौंप दिया।
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छात्र गोपेश का अपहरण नहीं हुआ था। वह छोटे भाई को 15 हजार रुपये फोन पे करने की पर्ची देकर दिल्ली चला गया था। उसने अपने पिता को फोन करके फोन पे करने को भी कहा था। सूचना पर तुरंत टीम लगाकर उसकी तलाश कराई गई। आठ घंटे के अंदर टीम ने उसे दिल्ली में कौशांबी से बरामद कर लिया।
– विनय कुमार सिंह चौहान, सीओ बिसौली
बदायूं। वजीरगंज इलाके से मंगलवार को लापता इंटर का छात्र गांव गरुईया निवासी गोपेश ठगी का शिकार होते-होते बच गया। उसे फेसबुक और व्हाट्सएप के जरिये 25 लाख रुपये का लालच दिया गया लेकिन इससे पहले ठगों ने अपने खाते में पंद्रह हजार रुपये डालने के लिए कहा। छात्र के पास रुपये नहीं थे, इससे वह परिवारवालों को फोन करके दिल्ली चला गया। सूचना पर पुलिस ने आठ घंटे बाद कौशांबी (दिल्ली) से उसे तलाश कर लिया। फिलहाल छात्र को परिवारवालों को सौंप दिया गया है।
वजीरगंज थाना क्षेत्र के गांव गरुईया निवासी गोपेश पुत्र मदनपाल मुन्नालाल इंटर कॉलेज में इंटर का छात्र है। पुलिस के मुताबिक कुछ समय से उसके मोबाइल पर कॉल आ रही थी। कॉल करने वाला उसे बातों में फंसा रहा था। उसे बताया गया कि उसकी 25 लाख रुपये की लॉटरी लगी है। इसके लिए उसे कुछ खानापूरी करनी पड़ेगी। मात्र पंद्रह हजार रुपये एक नंबर पर फोन पे करने होंगे। उसके बाद उसे दिल्ली में 25 लाख रुपये दे दिए जाएंगे। छात्र उनकी बातों में आ गया। मंगलवार को गोपेश स्कूल से अपने घर पहुंचा। उसने छोटे भाई रूपेश को एक नंबर पर 15 हजार रुपये फोन पे करने की पर्ची दी और स्कूल लौट गया। बाद में अपने एक मित्र के मोबाइल से पिता को पंद्रह हजार रुपये फोन पे करने को कहा। उसके बाद मोबाइल ऑफ कर लिया।
छात्र की जानकारी नहीं मिलने पर परिवार वालों की सूचना पर सीओ बिसौली विनय कुमार सिंह चौहान के निर्देशन में एक टीम गठित की गई। छात्र की तलाश में एसआई राजबली सिंह और एसआई नासिर खां को लगाया गया। पुलिस सर्विलांस और मोबाइल लोकेशन खंगालते हुए दिल्ली रूट पर दौड़ी। एक-दो जगह मोबाइल ऑन किया गया था, इससे पुलिस को काफी मदद मिली। आखिरकार मंगलवार मध्य रात्रि के बाद छात्र को दिल्ली में कौशांबी बस स्टैंड पर तलाश लिया गया। पुलिस सुबह 11 बजे उसे लेकर बदायूं पहुंची। जब उससे जानकारी की गई तो ये चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। पुलिस ने छात्र के परिवार वालों को थाने बुलाकर पूरी जानकारी दी। उसके बाद उसे परिवार वालों को सौंप दिया।
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छात्र गोपेश का अपहरण नहीं हुआ था। वह छोटे भाई को 15 हजार रुपये फोन पे करने की पर्ची देकर दिल्ली चला गया था। उसने अपने पिता को फोन करके फोन पे करने को भी कहा था। सूचना पर तुरंत टीम लगाकर उसकी तलाश कराई गई। आठ घंटे के अंदर टीम ने उसे दिल्ली में कौशांबी से बरामद कर लिया।
– विनय कुमार सिंह चौहान, सीओ बिसौली