Crime – लकड़ी माफिया ने वन विभाग की टीम को दौड़ाया, ट्रैक्टर से कुचलने की कोशिश

सड़क पर पलटी पड़ी लकड़ी और मौके पर मौजूद पुलिस। संवाद
– फोटो : BADAUN

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सहसवान (बदायूं)। कोतवाली क्षेत्र में सक्रिय लकड़ी माफिया ने बुधवार दोपहर वन विभाग टीम पर हमला कर दिया। वन विभाग की टीम ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो ट्रैक्टर से कुचलने की कोशिश की गई। आनंदीपुर गांव तक माफिया और उसके साथियों ने टीम को दौड़ाया। उसके बाद माफिया मौके से भाग गए। वनकर्मी जितेंद्र कुमार ने माफिया समेत 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।
मामला बुधवार दोपहर बाद का है। वन दरोगा जितेंद्र कुमार के मुताबिक उन्हें सूचना मिली कि सहसवान क्षेत्र के गांव गहलौल में वन माफिया आम की लकड़ी काटकर ले जा रहे हैं। इस पर वह, हमराह शशांक कुमार, वनरक्षक बीकेंद्र कुमार, अनिल राजपूत बोलेरो से गहलौल गांव पहुंच गए। उन्होंने लकड़ी भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली रोक ली और ट्रैक्टर ड्राइवर से लकड़ी काटने के संबंध में अनुमति पत्र मांगा। वह कागजात नहीं दिखा सका। इस पर उन्होंने ड्राइवर को ट्रैक्टर-ट्रॉली कोतवाली ले चलने को कहा। ट्रैक्टर कस्बे के मोहल्ला हरना तकिया निवासी बासित पुत्र नफासत चला रहा था। ट्रैक्टर आगे था और वन विभाग की टीम पीछे थी। इसी दौरान बासित ने कुछ लोगों को फोन करके बुला लिया। उसका भाई भूूरा पुत्र नफासत अली व उसके साथी बाइक और ट्रैक्टर से आ गए। उन्होंने वन विभाग की टीम का पीछा करना शुरू कर दिया। खुद को फंसता देखकर वन विभाग की टीम ने पुलिस को सूचना दे दी। आनंदीपुर गांव के नजदीक पहुंचकर बासित ने ट्रॉली में लगे हाइड्रोलिक सिस्टम से लकड़ियां हाईवे पर पलट दीं। उससे पहले टीम ने अपनी गाड़ी आगे निकाल ली लेकिन पीछे से आ रही टीम सड़क पर लकड़ी पलटने से फंस गई।
आगे पहुंची वन विभाग की टीम ने ट्रैक्टर को रोकने की कोशिश की तो ट्रैक्टर सवार माफिया ने टीम को आनंदीपुर गांव तक दौड़ाया। आरोप है कि ट्रैक्टर से कुचलने की कोशिश भी की। किसी तरह वन विभाग की टीम ने गांव में घुसकर जान बचाई। इसी दौरान माफिया ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर भाग गए। बाद में सूचना पर पहुंची पुलिस ने लकड़ी कब्जे में ले ली। वन दरोगा जितेंद्र कुमार ने बासित और भूरा समेत 20 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट लिखाई है। पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। रेंजर संजय रस्तोगी ने उच्च अधिकारियों को घटना से अवगत करा दिया है।

हरे वृक्ष काटने की सूचना पर टीम को मौके पर भेजा गया था। वहां आठ-दस लोगों ने वन विभाग की टीम को घेर लिया। खुद को घिरा देखकर टीम ने यूपी 112 को सूचित किया। यूपी 112 के मौके पर पहुंचने पर हरे वृक्ष काटने वालों ने हाइड्रोलिक ट्रॉली से लकड़ी को पलट दिया। टीम के किसी सदस्य को चोट नहीं आई है। वृक्षों का कटान करने वालों के खिलाफ संबंधित धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
– अशोक कुमार सिंह, डीएफओ

वन विभाग की टीम ने एफआईआर दर्ज कराई है। इस संबंध में एक वीडियो भी मिला है। ट्रैक्टर ट्रॉली के आगे वन विभाग की टीम है और ट्रॉली के पीछे पुलिस की गाड़ी है। तभी ड्राइवर ने सड़क पर ट्रॉली से लकड़ी पलट दी। इस मामले की जांच कराई जा रही है।
– अनिरुद्ध सिंह, सीओ सहसवान

सहसवान (बदायूं)। कोतवाली क्षेत्र में सक्रिय लकड़ी माफिया ने बुधवार दोपहर वन विभाग टीम पर हमला कर दिया। वन विभाग की टीम ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो ट्रैक्टर से कुचलने की कोशिश की गई। आनंदीपुर गांव तक माफिया और उसके साथियों ने टीम को दौड़ाया। उसके बाद माफिया मौके से भाग गए। वनकर्मी जितेंद्र कुमार ने माफिया समेत 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।

मामला बुधवार दोपहर बाद का है। वन दरोगा जितेंद्र कुमार के मुताबिक उन्हें सूचना मिली कि सहसवान क्षेत्र के गांव गहलौल में वन माफिया आम की लकड़ी काटकर ले जा रहे हैं। इस पर वह, हमराह शशांक कुमार, वनरक्षक बीकेंद्र कुमार, अनिल राजपूत बोलेरो से गहलौल गांव पहुंच गए। उन्होंने लकड़ी भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली रोक ली और ट्रैक्टर ड्राइवर से लकड़ी काटने के संबंध में अनुमति पत्र मांगा। वह कागजात नहीं दिखा सका। इस पर उन्होंने ड्राइवर को ट्रैक्टर-ट्रॉली कोतवाली ले चलने को कहा। ट्रैक्टर कस्बे के मोहल्ला हरना तकिया निवासी बासित पुत्र नफासत चला रहा था। ट्रैक्टर आगे था और वन विभाग की टीम पीछे थी। इसी दौरान बासित ने कुछ लोगों को फोन करके बुला लिया। उसका भाई भूूरा पुत्र नफासत अली व उसके साथी बाइक और ट्रैक्टर से आ गए। उन्होंने वन विभाग की टीम का पीछा करना शुरू कर दिया। खुद को फंसता देखकर वन विभाग की टीम ने पुलिस को सूचना दे दी। आनंदीपुर गांव के नजदीक पहुंचकर बासित ने ट्रॉली में लगे हाइड्रोलिक सिस्टम से लकड़ियां हाईवे पर पलट दीं। उससे पहले टीम ने अपनी गाड़ी आगे निकाल ली लेकिन पीछे से आ रही टीम सड़क पर लकड़ी पलटने से फंस गई।

आगे पहुंची वन विभाग की टीम ने ट्रैक्टर को रोकने की कोशिश की तो ट्रैक्टर सवार माफिया ने टीम को आनंदीपुर गांव तक दौड़ाया। आरोप है कि ट्रैक्टर से कुचलने की कोशिश भी की। किसी तरह वन विभाग की टीम ने गांव में घुसकर जान बचाई। इसी दौरान माफिया ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर भाग गए। बाद में सूचना पर पहुंची पुलिस ने लकड़ी कब्जे में ले ली। वन दरोगा जितेंद्र कुमार ने बासित और भूरा समेत 20 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट लिखाई है। पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। रेंजर संजय रस्तोगी ने उच्च अधिकारियों को घटना से अवगत करा दिया है।



हरे वृक्ष काटने की सूचना पर टीम को मौके पर भेजा गया था। वहां आठ-दस लोगों ने वन विभाग की टीम को घेर लिया। खुद को घिरा देखकर टीम ने यूपी 112 को सूचित किया। यूपी 112 के मौके पर पहुंचने पर हरे वृक्ष काटने वालों ने हाइड्रोलिक ट्रॉली से लकड़ी को पलट दिया। टीम के किसी सदस्य को चोट नहीं आई है। वृक्षों का कटान करने वालों के खिलाफ संबंधित धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।

– अशोक कुमार सिंह, डीएफओ

वन विभाग की टीम ने एफआईआर दर्ज कराई है। इस संबंध में एक वीडियो भी मिला है। ट्रैक्टर ट्रॉली के आगे वन विभाग की टीम है और ट्रॉली के पीछे पुलिस की गाड़ी है। तभी ड्राइवर ने सड़क पर ट्रॉली से लकड़ी पलट दी। इस मामले की जांच कराई जा रही है।

– अनिरुद्ध सिंह, सीओ सहसवान