आगरा, जागरण, संवाददाता। ताजनगरी में कारपोरेट क्रिकेट का कल्चर बढ़ रहा है। इससे शनिवार व रविवार को मैदान फुल रहने लगे हैं। एक दिन में दो से तीन बुकिंग तक हो रही हैं। इससे शनिवार व रविवार को आगरा में पिच खाली नहीं रहती हैं। दिल्ली-मुंबई की तर्ज पर आगरा भी आगे बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। इससे एकेडमी संचालकों के लिए भी मैदान की देखरेख करना आसान हुआ है।
आगरा में एकलव्य स्पोर्ट्स स्टेडियम के अलावा करीब एक दर्जन क्रिकेट एकेडमियां हैं। इनमें से आधा दर्जन के पास अच्छे मैदान भी हैं। ताजनगरी में आठ-नौ वर्ष पूर्व तक मुंबई व दिल्ली जैसे महानगरों की तरह कारपाेरेट क्रिकेट का कल्चर नहीं था। यहां एक या दो ही क्लब हुआ करते थे। वर्तमान में ऐसे क्लबों की संख्या बढ़कर 35 से 40 तक पहुंच गई है। यह वीकेंड में शनिवार व रविवार को क्रिकेट खेलते हैं। स्वयं का मैदान नहीं होने से वो एकेडमियों के मैदान में बुकिंग कराते हैं। एक मैदान में एक दिन में दो से तीन बुकिंग हो रही हैं। इसके चलते आगरा में शनिवार व रविवार को पिच खाली नहीं रहतीं।
क्रिकेट कोच और मान्या एकेडमी के संचालक मनोज कुशवाह ने बताया कि कारपोरेट क्रिकेट कल्चर की शुरुआत से एकेडमी संचालकों के लिए आय के स्रोत बढ़े हैं। इससे अब वो मैदान की देखरेख अच्छी तरह कर पा रहे हैं। आगरा में 35 से 40 क्लब ऐसे हैं जो शनिवार व रविवार को क्रिकेट खेल रहे हैं। इन क्लबों के सदस्यों के मैच के दौरान उनके परिवार के सदस्य भी आते हैं, जिससे उनका क्रिकेट के प्रति रुझान और बढ़ रहा है। वहीं, अवंतीबाई लोधी क्रिकेट स्टेडियम के संचालक अनीस राजपूत ने बताया कि आगरा में कारपोरेट क्रिकेट के प्रति रुझान बढ़ा है। शनिवार व रविवार को मैदान की बुकिंग हो रही हैं, जिससे पिच खाली नहीं रहती हैं। फ्लड लाइट्स में खिलाड़ियों के अलावा अब क्लब के सदस्य भी क्रिकेट खेलना पसंद कर रहे हैं।
कारपोरेट क्रिकेट कल्चर
कारपोरेट क्रिकेट कल्चर में कंपनियों के कर्मचारी व क्लबों के सदस्य वीकेंड में शनिवार व रविवार को क्रिकेट खेलते हैं। इसके लिए वो मैदान की बुकिंग कराते हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण काल में लोगों के फिटनेस के प्रति जागरूक होने के बाद यह क्रेज और बढ़ा है।
Edited By: Nirlosh Kumar