पाकिस्तानएक घंटा पहलेलेखक: नसीर अब्बास
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पीड़ित चंदोर किट्ची उर्फ चंदू तंदो अल्लायार जिले में मोबाइल शॉप चलाते हैं। अब मामला कोर्ट पहुंच चुका है।
पाकिस्तान के सिंध प्रांत में 32 वर्षीय हिंदू चंदोर किट्ची उर्फ चंदू के जबरन धर्म परिवर्तन कराने का मामला सामने आया है। इस घटना के बाद हिंदू समाज दहशत में है। आरोप है कि कट्टरपंथियों ने चंदू को अगवा कर लिया था। कहा था कि जब तक वे पूरे परिवार को इस्लाम कबूल नहीं करवा लेते, उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा। चंदू उन्हें मनाकर किसी तरह छूटने में कामयाब होकर सीधे थाने पहुंचे। लेकिन, पुलिस मामला दर्ज करने को तैयार नहीं है। अब मामला कोर्ट पहुंच गया है।
घटना तंदो अल्लायार जिले की है। चंदू को आजम कश्मीरी नाम के एक शख्स ने पिछले सप्ताह अगवा कराया था। उस समय चंदू अपनी दुकान पर थे। अपहरण के बाद जबरन इस्लाम धर्म कबूल कराया गया। सिंध में गरीब हिंदुओं की मदद करने वाली पाकिस्तान ड्राॅअर एसोसिएशन नाम की एक संस्था ने इस मुद्दे को उठाया है।
संस्था के चेयरमैन फकीर शिवा ने दैनिक भास्कर को बताया कि चंदू मोबाइल शॉप चलाते हैं। पास में ही आजम कश्मीरी की दुकान है, जहां चंदू अक्सर जाते थे। आजम उन्हें बदीन शहर के एक मौलाना के पास ले गया। वहां जबरन इस्लाम कबूल करवा दिया गया। उसके बाद आजम ने तीन लोगों के साथ मिलकर चंदू का अपहरण कर लिया।
उनसे कहा गया कि अब अपनी पत्नी-बच्चों को बुलाकर धर्म बदलवा दें। चंदू इसके लिए नहीं माने। आखिर किसी तरह चंदू वहां से बचकर सीधे पुलिस थाने पहुंचा। पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया तो चंदू के पिता आबो किट्ची ने कुछ संस्थाओं से मदद मांगी। फिर आबो किट्ची मामले को स्थानीय कोर्ट में ले गए। वहां अगले मंगलवार को सुनवाई होगी। आबो ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और प्रधानमंत्री इमरान खान से न्याय की मांग की है। उन्होंने कहा कि हमें हर दिन आजम और उसके सहयोगियों से धमकियां मिल रही हैं।
चंदू ने भास्कर को बताया कि उन्हें चाय में नींद की गोलियां मिलाकर दी गईं। फिर मौलाना के पास ले जाया गया। वहां कलमा पढ़ने का दबाव बनाया। दूसरी ओर, भास्कर ने आरोपी आजम से भी बात की। उसने बताया कि चंदू ज्यादातर समय मेरी दुकान पर बिताते थे।
हम धर्म के बारे में बात करते थे। मुझे इस्लाम की ज्यादा जानकारी नहीं है। जो पता था, उन्हें बताया। चंदू ने और ज्यादा जानना चाहा। इसलिए हम मौलाना के पास गए। चंदू मुस्लिम बनना चाहते थे, किसी ने जबरदस्ती नहीं की। मैं कोर्ट जाने को तैयार हूं।
प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ के हिंदू सांसद लालचंद माली ने बताया- पाकिस्तान में ऐसे मामले न सिर्फ अल्पसंख्यक हिंदू, बल्कि पूरे समाज के लिए दर्दनाक हैं। इसके पीछे कुछ धर्मांध लोग हैं। वे दूसरे धर्मों के लोगों को देश में नहीं रहने देना चाहते। हमने जबरन धर्म परिवर्तन के खिलाफ एक बिल भी पेश किया है।
पास कराने की भी पूरी कोशिश करेंगे, हालांकि कुछ तत्व इसमें भी रोड़ा अटका रहे हैं। मैं खुद चंदू के मामले पर नजर रख रहा हूं। सिंध के एक खोजी पत्रकार मोहम्मद सादिक ने बताया कि मीरपुर खास और तंदो अल्लायार में ज्यादातर हिंदू गरीब हैं। धर्म परिवर्तन की सबसे बड़ी वजह गरीबी है। दूसरा कारण अतिवादी समूह का बढ़ता प्रभाव है। ये अतिवादी ठोस कानून नहीं होने का फायदा उठाते हैं।