Publish Date: | Thu, 30 Sep 2021 09:05 PM (IST)
Chhattisgarh CM Politics: रायपुर। राज्य ब्यूरो, छत्तीसगढ़ में सत्ता संग्राम के बीच दिल्ली पहुंचे कांग्रेस विधायकों से शीर्ष नेतृत्व ने मुलाकात नहीं की। विधायकों ने राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात के लिए समय मांगा था, लेकिन वेणुगोपाल ने किसी को समय नहीं दिया। वहीं, प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया लखनऊ प्रवास पर हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री को लेकर अपनी बात कहने पहुंचे विधायकों के लिए गुरुवार का दिन निराशाजनक रहा।
विधायकों का नेतृत्व कर रहे बृहस्पत सिंह ने कहा कि अभी किसी भी नेता से मुलाकात नहीं हुई है। प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने कहा कि विधायकों के दिल्ली पहुंचने की जानकारी नहीं है। किसी भी विधायक ने उनसे मुलाकात के लिए संपर्क नहीं किया है। बताया जा रहा है कि एक अक्टूबर को कुछ और विधायक दिल्ली पहुंच रहे हैं। वहीं, पंजाब गए मंत्री कवासी लखमा भी शुक्रवार को दिल्ली पहुंच जाएंगे।
- राष्ट्रीय महासचिव वेणुगोपाल से मुलाकात के लिए संघर्ष करते रहे विधायक
इस बीच, राजधानी रायपुर के एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने साफ कहा कि विधायकों के दिल्ली दौरे को राजनीतिक चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए। विधायकों के कहीं आने-जाने पर कोई रोक नहीं है। वे भी आपकी तरह कहीं आ जा सकते हैं। विधायक दिल्ली गए हैं, तो इसे राजनीतिक चश्मे से नहीं देखना चाहिए। दिल्ली पहुंचे मनेंद्रगढ़ विधायक डा. विनय जायसवाल ने मीडिया से चर्चा में कहा कि जितने भी विधायक आए हैं, वो निजी कार्य से आए हैं।
विधायकों का शक्ति प्रदर्शन करने या दबाव की राजनीतिक करने का कोई इरादा नहीं है। ढाई-ढाई साल के फार्मूले की बात, दो मुख्यमंत्री की बात भाजपा के लोग कर रहे हैं। आलाकमान ने सरकार गठन के समय विधायक दल की बैठक में यह बात कभी भी कही, न ही हमारे किसी नेता ने कहा है।
विधायक बृहस्पति सिंह ने एक बयान में कहा कि मध्य प्रदेश में राजा को साथ करके भाजपा ने सरकार बना ली। यहां भी भाजपा भ्रम फैलाकर सीएम बघेल और सिंहदेव के बीच दरार पैदा करने की साजिश कर रही है। भाजपा की कोशिश है कि सरगुजा के महाराज को साथ लेकर यहां भी गड़बड़ किया जाए। इसके जवाब में सिंहदेव ने साफ कहा कि मैं ऐसा महाराज नहीं हूं, जो सत्ता के लिए कांग्रेस का साथ छोड़ दूं।
सिंहदेव बोले- 70 विधायकों ने आलाकमान के फैसले पर दी है सहमति
मंत्री टीएस सिंहदेव से मीडिया ने सवाल किया कि कुछ विधायक दावा कर रहे हैं कि सीएम बघेल के समर्थन में 55 विधायकों ने हस्ताक्षर करके आलाकमान को सौंपा है। इसके जवाब में सिंहदेव ने कहा कि प्रदेश के सभी 70 विधायकों ने हस्ताक्षर किया है या सहमति दी है कि आलाकमान का जो निर्णय होगा, उसे स्वीकार करेंगे। इसमें कोई दो राय नहीं है कि कोई विधायक आलाकमान के निर्णय के खिलाफ है।
भाजपा के ट्वीट पर सिंहदेव ने कहा कि 70 के 70 विधायक दिल्ली जाएंगे, उसमे क्या? भाजपा के पास और कुछ मुद्दा नहीं है, वह अपना टाइम बीता रही है। छत्तीसगढ़ में नया क्या हो रहा, मैं समझ नहीं पा रहा। विधानसभा सत्र भी नहीं चल रहा है, वे रिफ्रेश होने के लिए गए हैं। विधायक शिमला भी जाने वाले हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में योगी राज में भी विधायक दिल्ली गए थे। वहां दौर चल रहा था कि बदले जाएंगे कि नहीं?
धाराशाही करने की एक दूजे को, सारी तिकड़म जारी है। जंग छिड़ी कुर्सी की खातिर, भौचक जनता सारी है। गजब तमाशा हो रहा है, छत्तीसगढ़ के साथ। दाऊ-बाबा खेल रहे इसकी तकदीर के साथ। पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने ट्वीट किया-पंजाब में कांग्रेस की पिक्चर फ्लाप हो गई, लेकिन छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का तमाशा सुपरहिट चल रहा है।
Posted By: Kadir Khan

