Publish Date: | Wed, 29 Sep 2021 12:39 PM (IST)
Bhopal Arts And Culture News: भोपाल (नवदुनिया रिपोर्टर)। भारत भवन में लंबे समय बाद चहल-पहल दिख रही है। यहां पर कलाकार भावना चौधरी चंद्रा की चित्रकला प्रदर्शनी लगाई गई है, को देखने के लिए बड़ी संख्या में कलाकार और कला प्रेमी बहुकला परिसर पहुंचे। कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के कारण इस साल अप्रैल के बाद से परिसर में कोई सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं हुआ है। छह महीने के अंतराल के बाद पहली बार लगी यह नई प्रदर्शनी है। समकालीन कलाकारों की कृतियों की प्रदर्शनी श्रृंखला रूपाभ के अंतर्गत चंद्रा ने प्रदर्शनी में 31 अर्ध, अमूर्त, एक्रेलिक ऑन कैनवास कार्यों का प्रदर्शन किया है, जो कोरोना के समय में सकारात्मक संदेश देते हैं। यह भारत भवन में उनकी दूसरी एकल प्रदर्शनी है।
यहां प्रदर्शित उनका अधिकांश कार्य ध्यान यानी मेटिडेशन पर आधारित है। कलाकार ने कोविड महामारी की पहली और दूसरी लहर के दौरान अधिकांश पेंटिंग बनाई। एक स्कूल में कला शिक्षक चंद्रा कहती हैं, मैंने लॉकडाउन सहित महामारी के दौरान अनुभव की गई अपनी भावनाओं को रंगों के माध्यम से चित्रित किया है। मेडिटेशन के बारे में चंद्रा ने कहा कि उन्होंने यह विषय चुना, क्योंकि लॉकडाउन के दौरान हर कोई अपने घरों तक सीमित होकर उदास हो रहा था। ध्यान, तनाव को खत्म करने का सबसे अच्छा तरीका है और मेरे लिए पेंटिंग ही मेडिटेशन है। मैं मुश्किल समय में खुद को खुश और मानसिक रूप से फिट रखने के लिए दिन में आठ से 10 घंटे पेंट करती थी। अपने एक काम में उन्होंने बड़ी झील की सुंदरता को चित्रित किया है।
बहुरंगी है हमारा जीवन : ध्यान के अलावा उन्होंने उज्जैन में बचपन और सिंहस्थ 2016 की यादों को चित्रित किया है। उन्होंने अपने पसंदीदा फूल गुलमोहर को भी रंग दिया। प्रकृति की विभिन्ना मनोदशाओं पर भी उनकी कृतियां प्रदर्शित हैं। उन्होंने हिंदी फिल्म ‘फना” और ‘जिंदगी न मिलेगी दोबारा” से प्रेरित चार पेंटिंग बनाई हैं, जो यह संदेश देती हैं कि हमारे जीवन में बहुत सारे रंग हैं, केवल उन्हें महसूस करने की भावना होनी चाहिए। उन्होंने अपनी कृतियों में ज्यामितीय आकार में ज्यादातर चटख जैसे नीला, लाल, पीला और सफेद रंग का इस्तेमाल किया है। प्रदर्शनी देखने आई कला प्रेमी रचना ने बताया कि कलाकार का रंग संयोजन अद्भुत है। रंगदर्शिनी दीर्घा में प्रदर्शनी तीन अक्टूबर तक दोपहर दो से रात आठ बजे तक खुली रहेगी।
Posted By: Ravindra Soni

