Publish Date: | Sat, 02 Oct 2021 02:00 PM (IST)
Bhopal Arts And Culture News: भोपाल (नवदुनिया रिपोर्टर)। यह देश की आजादी का 75वां वर्ष है। इस अवसर पर देश-प्रदेश के साथ-साथ राजधानी भोपाल में भी आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। इसी सिलसिले में विभिन्न आयोजन हो रहे हैं। वर्तमान युवा पीढ़ी आजादी के उपरांत की तीसरी पीढ़ी मानी जाती है, जिसका रुझान डिजिटल टेक्नोलाजी की ओर तो बढ़ा है, किंतु साहित्य से वे लोग दूर होते चले गए हैं। इसी बिंदु को ध्यान में रखते हुए दो अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय में पुस्तक प्रदर्शनी ‘आजादी की कहानी-साहित्य की जुबानी’ का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शनी का उद्घाटन संग्रहालय के निदेशक डॉ. पीके मिश्र द्वारा किया गया। इस अवसर पर अनेक गणमान नागरिक उपस्थित थे।
इस प्रदर्शनी का मुख्य आकर्षण ऐसा दुर्लभ साहित्य है, जो स्वतंत्रता संग्राम में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके गुमनाम आदिवासी हीरो हैं और जिनका साहित्य पठन-पाठन के लिए आसानी से उपलब्ध नहीं हो पाता। इस तरह की दुर्लभ किताबों का संग्रह विभिन्न् उपलब्ध संसाधनों से डाउनलोड कर प्रदर्शित किया गया है, जिसे पाठक क्यूआर कोड के माध्यम से पढ़ सकते हैं।
इस अवसर पर डॉ. मिश्र ने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव स्वाधीनता संग्राम की गौरवशाली स्मृतियों को सहेजने के साथ ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सत्य व अहिंसा के आदर्शों, स्वदेशी वस्तुओं के प्रयोग से आत्मनिर्भरता के सबक को आत्मसात करने की प्रेरणा देता है। समकालीन संस्कृति न केवल गांधी और गांधीवाद को स्वीकार कर रही है, बल्कि उनके सामाजिक-राजनीतिक और व्यक्तिगत सिद्धांतों का भी प्रतिनिधित्व कर रही है। उल्लेखनीय है कि आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत सभी संस्थानों में ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिनके माध्यम से आजादी में अपना अमूल्य योगदान देने वालों को याद किया जा सके।
Posted By: Ravindra Soni

