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नोएडा (संजय शिशौदिया)। मेडिकल टूरिज्म की आड़ में अफगान के युवक नोएडा में नशे का कारोबार चला रहे थे। अफगानिस्तान से इलाज के लिए दिल्ली-एनसीआर के अस्पतालों में आने वाले लोगों और स्थानीय डाक्टरों के बीच यह युवक ट्रांसलेटर थे। इसके बदले में एक से डेढ़ लाख रुपये मिलते थे। शरणार्थी के रूप में रह रहे इन युवकों ने फर्जी तरीके से पहचान पत्र व आधार कार्ड तक बनवा लिए थे।
राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) नोएडा की टीम ने तीन आरोपियों को पिछले सप्ताह नोएडा व दो को शिमला के एक गेस्ट हाउस से गिरफ्तार किया था। बुधवार को सभी आरोपियों को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश कर जेल भेज दिया गया है। आरोपियों के नाम अफगान के मुर्तजा हाकिमी, जमशेद, महमूद खान व समीर खान और उज्बेकिस्तान की सादोकत अख्मीदोवा एलिस हयात हैं। तीनों को पिछले सप्ताह ही नोएडा के सेक्टर-135 स्थित जेपी ग्रींस विश टाउन सोसाइटी से गिरफ्तार किया गया था। जांच में पता चला है कि फ्लैट का मालिक कहीं विदेश में रहता है।
नोएडा में एक दलाल के माध्यम से आरोपियों ने तीन माह पूर्व ही फ्लैट किराये पर लिया था। इसी फ्लैट से डीआरआई टीम को करीब आठ किलो मादक पदार्थ मिले थे। इसकी जांच कराई जा रही है कि यह कोकीन है या हेरोइन। सादोकत को उसी दिन जेल भेज दिया गया था, लेकिन मुर्तजा और जमशेद को कोर्ट से पांच दिन के रिमांड पर लिया गया था। पूछताछ में आरोपियों से शिमला में रह रहे महमूद और समीर का इनपुट टीम को मिला था। टीम ने शिमला से इन्हें गिरफ्तार कर लिया था। सूत्रों की माने तो पूछताछ में सभी ने बताया कि वह नशे के कारोबार के साथ ही अश्लील डांस पार्टी भी आयोजित कराते थे।
एनआईए, आईबी, दिल्ली पुलिस और एनसीबी टीम ने की पूछताछ
पांचों आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनआईए), इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी), नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) और दिल्ली पुलिस की टीम भी नोएडा पहुंचीं। जांच एजेंसियों ने सभी आरोपियों से अलग-अलग पूछताछ की। फिलहाल, कोई भी एजेंसी इन आरोपियों के बारे में कुछ भी खुलकर नहीं बता रही है। एनआईए टीम इन आरोपियों का तालिबान कनेक्शन भी तलाश रही है।

गिरफ्तार अफगान नागरिक महमूद खान ।

गिरफ्तार अफगान नागरिक समीर खान ।

गिरफ्तार अफगान नागरिक मुर्तजा हाकिमी ।