न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: सुरेंद्र जोशी
Updated Sat, 02 Oct 2021 10:33 PM IST
सार
भारत व चीन के बीच सैन्य स्तरीय वार्ता के जरिए पूर्वी लद्दाख में जारी गतिरोध को दूर करने के लगातार प्रयास जारी हैं। धीरे-धीरे सेनाएं हटाई जा रही हैं। हालांकि चीन के साथ पुराने अनुभवों को देखते हुए सरकार व सेना रक्षा तैयारियों में कोई चूक नहीं कर रही है।
पूर्वी लद्दाख में लंबे समय से जारी सैन्य गतिरोध को खत्म करने के लिए भारत व चीन के बीच वार्ता का 13 वां दौर अगले सप्ताह होने की संभावना है। इसमें वास्तविक नियंत्रण रेखा के समीप बचे ठिकानों से भी सेना को हटाने पर विचार होगा।
शनिवार को दिल्ली में केंद्र सरकार के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दोनों पक्षों ने 13 वें दौर की सैन्य वार्ता के लिए नोट्स का आदान-प्रदान किया है। इसमें पूर्वी लद्दाख के उन इलाकों से सेना हटाने पर विचार होगा, जहां अब भी दोनों देशों की सेना तैनात है।
सैन्य सूत्रों ने बताया कि इस कमांडर स्तरीय वार्ता के दौरान हॉट स्प्रिंग्स व कुछ अन्य क्षेत्रों से सेना वापस बुलाने पर चर्चा होगी। वार्ता का समय व स्थान अगले तीन चार दिनों में तय होने की उम्मीद है। यह अक्तूबर के दूसरे सप्ताह में होने की उम्मीद है।
सेना किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने को तैयार : जनरल नरवणे
इस बीच सेना प्रमुख एमएम नरवणे ने कहा है कि भारत के जवान इस क्षेत्र में किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए हरसंभव तरीके से तैयार हैं। जनरल नरवणे दो दिन के दौरे पर शुक्रवार को पूर्वी लद्दाख पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि वह हमेशा अग्रिम मोर्चों पर जाने का प्रयास करते हैं, ताकि वहां के हालात का खुद आकलन कर सकूं। यह जानकर बहुत खुश हूं कि हमारे जवान हर संभव तरीके से निपटने के लिए तैयार हैं।
विस्तार
पूर्वी लद्दाख में लंबे समय से जारी सैन्य गतिरोध को खत्म करने के लिए भारत व चीन के बीच वार्ता का 13 वां दौर अगले सप्ताह होने की संभावना है। इसमें वास्तविक नियंत्रण रेखा के समीप बचे ठिकानों से भी सेना को हटाने पर विचार होगा।
शनिवार को दिल्ली में केंद्र सरकार के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दोनों पक्षों ने 13 वें दौर की सैन्य वार्ता के लिए नोट्स का आदान-प्रदान किया है। इसमें पूर्वी लद्दाख के उन इलाकों से सेना हटाने पर विचार होगा, जहां अब भी दोनों देशों की सेना तैनात है।
सैन्य सूत्रों ने बताया कि इस कमांडर स्तरीय वार्ता के दौरान हॉट स्प्रिंग्स व कुछ अन्य क्षेत्रों से सेना वापस बुलाने पर चर्चा होगी। वार्ता का समय व स्थान अगले तीन चार दिनों में तय होने की उम्मीद है। यह अक्तूबर के दूसरे सप्ताह में होने की उम्मीद है।
सेना किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने को तैयार : जनरल नरवणे
इस बीच सेना प्रमुख एमएम नरवणे ने कहा है कि भारत के जवान इस क्षेत्र में किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए हरसंभव तरीके से तैयार हैं। जनरल नरवणे दो दिन के दौरे पर शुक्रवार को पूर्वी लद्दाख पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि वह हमेशा अग्रिम मोर्चों पर जाने का प्रयास करते हैं, ताकि वहां के हालात का खुद आकलन कर सकूं। यह जानकर बहुत खुश हूं कि हमारे जवान हर संभव तरीके से निपटने के लिए तैयार हैं।