
शिमला : हिमाचल प्रदेश में उपचुनाव का ऐलान हो चुका है। साथ ही प्रदेश में भारी संख्या में सैलानियों का भी आना जारी है। जिससे कोविड संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है।
10 घंटे में पांच हजार गाड़ी:
बता दें कि शनिवार को 10 घंटों में शोघी बैरियर से पांच हजार गाड़ियों ने शिमला शहर में प्रवेश किया। कालका-शिमला एनएच पर वाहनों की लंबी कतारें थीं।
इस वजह से दिन भर शहर की सड़कों पर जाम लग गया। ट्रैफिक विभाग ने बताया कि शनिवार को शिमला के शोघी बैरियर में सुबह 8 बजे से लेकर शाम करीब छह तक पांच हजार गाडियां शिमला एंट्र हुई हैं। देर शाम तक पर्यटकों के वाहनों की आवाजाही जारी रही।
पर्यटक या कोविड कैरियर:
गौर करने लायक बात यह है कि इन पांच हजार गाड़ियों में यदि प्रति गाड़ी दो व्यक्ति भी सवार थे तो कुल 10 हजार लोग शिमला आए।
इतनी बड़ी संख्या में पर्यटक आने के कारण कोविड रिपोर्ट की जांच में भी काफी कठिनाई होती है। साथ ही फर्जी रिपोर्ट्स की भी खबरें सामने आ रही हैं।
चुनावी रैलियों में भी बढ़ेगी भीड़:
गौरतलब है कि प्रदेश में उपचुनाव के तारीखों का भी ऐलान हो चुका है। 30 अक्टूबर को वोटिंग है। ऐसे में पूरे अक्टूबर महीने चुनावी सभाओं और रैलियां होती रहेगीं।
प्रदेश में कोविड का खतरा अभी खत्म नहीं हुआ है। तीसरे लहर की भी चेतावनी जारी कर दी गई है। ऐसे में बड़ी संख्या में पर्यटक और फिर चुनावी सभा कोविड संक्रमण को आमंत्रित करने के लिए काफी हैं।
प्रशासन के लिए चुनौती:
ऐसे में भीड़ को नियंत्रित करना सरकार और प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती होने जा रही है। हालांकि, हिमाचल में 90% से अधिक आबादी को कोविड का पहला डोज लग चुका है। लेकिन संक्रमण का खतरा बरकरार है।