सोशल स्टॉक एक्सचेंज क्‍या है? आम निवेशकों को कैसे होगा फायदा

Social Stock Exchange: मार्केट रेग्‍युलेटर सिक्योरिटीज एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने हाल ही में देश में सोशल स्टॉक एक्सचेंज शुरू करने के प्रस्‍ताव को मंजूरी दे दी है. यह एक्‍सचेंज कब शुरू होगा, अभी इसकी कोई समय सीमा नहीं तय की गई है. बावजूद इसके यह माना जा रहा है कि सोशल स्‍टॉक एक्‍सचेंज (Social Stock Exchange) खुलने से सोशल इंटरप्राइेजज के लिए बाजार से फंड जुटाना आसान होगा, वहीं आम निवेशकों को भी निवेश का एक नया ऑप्‍शन मिल सकेगा.

क्या है सोशल स्टॉक एक्सचेंज (What is Social Stock Exchange)

सोशल स्टॉक एक्सचेंज को आसान भाषा में समझें, तो यह एक तरह से सामाजिक क्षेत्र में काम करने वाले संगठनों (NGO) को बाजार से फंड जुटाने में मदद करेगा. इसका मतलब कि, अब प्राइवेट कंपनियों की तरह सोशल इंटरप्राइजेज (NGO व ऐसे अन्‍य संस्‍थान)  भी खुद को शेयर बाजार (Share Market) में लिस्टेड करा सकेंगे और पैसे जुटा सकेंगे.

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आम निवेशकों को कैसे होगा फायदा

मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने पहले बजट में जानकारी दी थी कि सोशल स्टॉक एक्सचेंज से देश के सभी नागरिकों को फायदा मिलेगा.  एक इलेक्ट्रॉनिक फंड रेजिंग प्लेटफॉर्म बनाने की योजना है, जिससे समाज की भलाई के लिए काम करने वाले संगठनों को लिस्टेड करने और फंड जुटाने में मदद की जाएगी. इसका मतलब ये हुआ कि अब NGO के शेयरों को आम आदमी/ निवेशक में खरीद-बिक्रकी कर सकेगा.  ये एक तरह से शेयर बाजार की तरह ही काम करेगा.

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इन देशों में चल रहे हैं सोशल स्टॉक एक्सचेंज

दुनिया में इस समय यूरोप और उत्तर-दक्षिण अमेरिकी देशों में सोशल स्टॉक एक्सचेंज चल रहे हैं. सोशल स्टॉक एक्सचेंज NGO को शेयर, डेट और म्यूचुअल फंड के जरिए फंड जुटाने की मंजूरी देगा. इस तरह के स्टॉक एक्सचेंज यूके, कनाडा, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, जमैका और केन्या में पहले से हैं.