टॉम मूडी 1999 में विश्वकप जीतने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम के सदस्य हैं.
यह खिलाड़ी 90 के दशक में विश्व विजेता बना और फिर कोचिंग में उतर कर भी कमाल किया खासकर एशियाई महाद्वीप में.
क्रिकेट की दुनिया में बहुत कम ऐसे खिलाड़ी होते हैं जो जितने सफल क्रिकेटर रहे हों उतने ही सफल कोच रहें हों. ग्रैग चैपल उन खिलाड़ियों में से हैं जो महान खिलाड़ी थे लेकिन कोच के तौर पर वह सफल नहीं रहे. चैपल के ही देश ऑस्ट्रेलिया का एक खिलाड़ी हालांकि दोनों ही रोल में खरा उतरा है. इस शख्स का नाम है टॉम मूडी (Tom Moody). मूडी का जन्म दो अक्टूबर 1965 में एडिलेड में हुआ था. मूडी ऑस्ट्रेलिया के बेहतरीन ऑलराउंडरों में गिने जाते हैं. लंबे कद का ये खिलाड़ी मीडियम पेसर था और साथ ही में निचले क्रम का बल्लेबाज. आस्ट्रेलिया के लिए 1989 में डेब्यू करने वाला दाएं हाथ का ये खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया की कई ऐतिहासिक जीतों का हिस्सा रहा. 2000-01 के बाद इस खिलाड़ी ने खेल को अलविदा कह दिया.
मूडी हालांकि उन खिलाड़ियों में से रहे हैं जो टेस्ट में कमाल नहीं कर पाए. मूडी ने अपने देश के लिए सिर्फ आठ टेस्ट मैच खेले और 456 रन बनाए. गेंद से वह कमाल नहीं कर सके. टेस्ट में उनके नाम सिर्फ दो विकेट हैं. लेकिन वनडे में नौ अक्टूबर 1990 को चेन्नई में भारत के खिलाफ डेब्यू करने के बाद वह इस प्रारूप में टीम के अहम सदस्य रहे. मूडी उस ऑस्ट्रेलियाई टीम का हिस्सा रहे जिसने 1999 में विश्व कप जीता था. ऑस्ट्रेलिया के लिए उन्होंने 76 वनडे मैच खेले और 1211 रन बनाए. अपने करियर में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए 52 विकेट लिए. उन्होंन अपना आखिरी वनडे जिम्बाब्वे के खिलाफ 24 अक्टूबर को हरारे में खेला. टेस्ट में उन्होंने अपना आखिरी मैच 8-13 सितंबर के बीच श्रीलंका के खिलाफ खेला.
कोच के तौर पर भी रहे सफल
मूडी ने संन्यास लेने के बाद कोचिंग में हाथ आजमाए. वह जॉन राइट के हटने के बाद भारतीय टीम के कोच बनने की रेस में थे लेकिन हमवतन चैपल से हार गए. इसके बाद श्रीलंका ने उन्हें अपना कोच बनाया. उनके कोच रहते श्रीलंका ने दमदार प्रदर्शन किया और 2007 वनडे विश्व कप के फाइनल में जगह बनाई. इसके अलावा वह आईपीएल में भी कोच रहे. सनराइजर्स हैदराबाद के साथ उन्होंने लंबा वक्त गुजारा. 2016 में वह इस टीम को आईपीएल खिताब दिलाने में भी सफल रहे. बाद में उन्होंने यह पद छोड़ दिया. इसी साल मार्च में वह श्रीलंका क्रिकेट में दोबारा लौटे लेकिन इस बार डायरेक्टर ऑफ क्रिकेट बनकर. टीम इंडिया के कोच के सेलेक्शन की जब भी बात होती है उसमें मूडी का नाम आता ही आता है. वह हालांकि अभी तक इस पद को अपने कब्जे में नहीं ले पाए हैं, लेकिन हमेशा उन्हें एक संभावित उम्मीदवार के तौर पर देखा जाता है.
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