
Starlink Internet Broadband Service
Elon Musk की SpaceX भारत में अपनी Starlink ब्रॉडबैंड सर्विस अगले साल दिसंबर से शुरू कर सकती है. इस ब्रॉडबैंड सर्विस के आने से भारतीय यूजर्स को हाई स्पीड डेटा मिलेगा. टेक दिग्गज ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी ब्रॉडबैंड सर्विस का विस्तार करने के लिए काम कर रही है. फेमस स्पीड टेस्ट ऐप कंपनी Ookla के पास डेटा दिखा रहा है कि Starlink सैटेलाइट ब्रॉडबैंड स्पीड कुछ देशों में वायर्ड ब्रॉडबैंड स्पीड एवरेज को पार कर रही है.
स्पेसएक्स की सैटेलाइट ब्रॉडबैंड यूनिट का टारगेट सरकार की मंजूरी के साथ दो लाख एक्टिव टर्मिनल्स के साथ दिसंबर 2022 तक भारत में ब्रॉडबैंड सर्विस शुरू करना है. एलन मस्क की कंपनी के प्रेसीडेंट ग्विन शॉटवेल के मुताबिक, स्पेसएक्स ने करीब 1800 सैटेलाईट तैनात किए हैं. एक बार जब वे सैटेलाईट अपने ऑपरेशनल ऑर्बिट में पहुंच जाएंगे, तो स्टारलिंक इंटरनेट सर्विस सितंबर 2021 तक ग्लोबल कवरेज ऑफर करेंगी.
भारत में स्टारलिंक की कीमत, एक्टिवेशन किट
बीटा स्टेज के दौरान कंपनी हर यूजर से 99 डॉलर (करीब 7,350 रुपए) जमा करेगी और यूजर्स को 50 से 150 मेगाबाइट प्रति सेकेंड की रफ्तार से डेटा मिलेगा. एक्टिवेशन के बाद, स्टारलिंक किट में स्टारलिंक, एक वाई-फाई राउटर, पावर सप्लाई, केबल और माउंटिंग ट्राइपॉड शामिल है. अपना बेस्ट इंस्टॉल लोकेशन फिक्स करने के लिए आप आईओएस और एंड्रॉइड के लिए स्टारलिंक ऐप डाउनलोड कर सकते हैं.
स्टारलिंक प्री-ऑर्डर
स्पेसएक्स की सैटेलाइट बेस्ड इंटरनेट सर्विस स्टारलिंक भारत में प्री-ऑर्डर के लिए उपलब्ध है. फिलहाल यह सर्विस बीटा टेस्टिंग फेज में चल रही है. आप स्टारलिंक की वेबसाइट के माध्यम से अपने एरिया में सर्विस की उपलब्धता के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. स्टारलिंक की वेबसाइट के अनुसार, यह सर्विस वर्तमान में सीमित एरिया में सीमित संख्या में यूजर्स के लिए उपलब्ध है. प्री-ऑर्डर अहमदाबाद (गुजरात), ताडेपल्लीगुडेम (आंध्र प्रदेश) और इंदौर (मध्य प्रदेश) में उपलब्ध हैं. वेबसाइट में ‘पहले आओ पहले पाओ का आधार’ लिखा है.
स्टारलिंक के इंडिया कंट्री डायरेक्टर संजय भार्गव ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि उन्हें ब्रॉडबैंड सर्विस के लिए भारत से 5000 से ज्यादा प्री-ऑर्डर मिले हैं.
रिलायंस जियो, भारती एयरटेल से होगा मुकाबला
टेक दिग्गज सीधे भारत में रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया जैसे दूरसंचार सर्विस प्रोवाइडर्स के साथ मुकाबला करेगी. स्टारलिंक का कहना है कि यह सर्विस दुनिया के उन एरिया के लिए अनुकूल है जहां कनेक्टिविटी आमतौर पर एक चुनौती रही है. कंपनी ग्रामीण एरिया के बदलते जीवन में ब्रॉडबैंड इंटरनेट कनेक्टिविटी के महत्व पर सांसदों, मंत्रियों और टॉप सरकारी ऑफिसर्स के साथ भी बातचीत करेगी.
भारत में, दूरसंचार विभाग (DoT) ने स्पेसएक्स को किसी भी सर्विस की पेशकश करने से पहले आवश्यक लाइसेंस प्राप्त करने का निर्देश दिया. दूरसंचार विभाग को स्पेसएक्स द्वारा भारत में स्टारलिंक सैटेलाईट इंटरनेट सर्विस शुरू करने पर कोई आपत्ति नहीं है लेकिन इसे भारतीय कस्टमर्स को परोसने से पहले देश के कानूनों का पालन करने के लिए तैयार रहना होगा.
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